हमारी दुनिया में ऐसी न जाने कितनी कहानियां पसरी पड़ी हैं जिन्हें फर्श से अर्श पर पहुंचने का बेहतरीन उदाहरण कहा जा सकता है. यह कहानी है Do Won Chang की जो आज की तारीख में Forever 21 कंपनी के सीईओ हैं और उनकी कंपनी पूरी दुनिया में अरबों का कारोबार कर रही है.
हालांकि वे हमेशा से ऐसी स्थिति में नहीं थे. वे दक्षिण कोरिया की पैदाइश हैं और संघर्ष के शुरुआती दिनों में कैलिफोर्निया के एक गैस फिलिंग स्टेशन पर गाड़ियों में गैस भरने का काम करते थे.
गैस फिलिंग स्टेशन से मिली प्रेरणा...
Do Won Chang कहते हैं कि वे गैस स्टेशन पर रुकने वाली गाड़ियों में गैस भरने के साथ-साथ उन्हें कॉफी सर्व किया करते थे. वे साल 1981 में पत्नी के साथ अमेरिका चले आए थे. उन्होंने वहां काम करते हुए महसूस किया कि गैस फिलिंग स्टेशन पर रुकने वाली अधिकांश अच्छी-अच्छी गाड़ियों के मालिक कपड़ों के धंधे से जुड़े थे. उन्होंने भी इन्हें देखते हुए तय किया कि वे इसी धंधे में हाथ आजमाएंगे.
Fashion 21 से Fashion 21 तक का सफर...
उन्होंने लांस एंजिलिस से चंद मील की दूरी पर Fashion 21 नाम से एक स्टोर खोला और साल भर के भीतर ही उन्होंने $35,000 से शुरुआत की और साल भर के भीतर ही उनका फायदा $70,000 पहुंच गया. इसके बाद वे हर छठे माह एक स्टोर खोलने लगे और उन्होंने इन स्टोर्स का नाम बदल कर Forever 21 कर दिया. आज की तारीख में दुनिया भर में Forever 21 के स्टोर्स की संख्या 600 है और उनका नेटवर्क 50 देशों में फैल चुका है. वे अपने परिवार के साथ जुड़ कर इस पूरे कारोबार को अंजाम दे रहे हैं. उनकी बेटियां इस कारोबार में अहम सहयोगी हैं. आज उनके कारोबार का आउटपुट $4.4 बिलियन पहुंच चुका है. ज्ञात हो कि एक बिलियन = 100 करोड़ होता है.
आखिर क्या है उनकी सफलता का राज?
Do Won Chang हमेशा से इस बात में यकीन रखते हैं कि जिंदगी कोई फर्राटा दौड़ नहीं है. इसमें सफल होने के लिए हमें अपनी कीमती एनर्जी को स्टोर करके रखना पड़ता है. वे इस मंहगाई और डिजाइनर कपड़ों के दौर में ऐसे कपड़े बनाते हैं जो आम आदमी की पहुंच में हों. शायद यही वजह है कि उनका ब्रांड युवा पीढ़ी के बीच खासा चर्चित है और वे ही उन्हें इस मुकाम तक भी ले गए हैं.
तो अगली बार जब आप किसी मॉल या शॉपिंग कॉम्पलेक्स में Forever 21 का स्टोर देखें तो फर्श से अर्श पर पहुंचने वाली कहावत का जरूर ख्याल कर लें.