मध्य प्रदेश के 110 प्राइवेट कॉलेजों की मान्यता को उच्च शिक्षा के मापदंड व निर्धारित शर्तें पूरे नहीं करने की वजह से खत्म कर दिया गया है. इसमें भोपाल के भी 15 कॉलेज और इंदौर, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, खंडवा, खरगोन सहित अनेक शहरों के कॉलेज शामिल हैं.
इन कॉलेजों में सत्र 2015-16 से पहले वर्ष में एडमिशन नहीं होंगे. मान्यता समाप्त करने के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि इन कॉलेजों में वर्तमान में जो द्वितीय या तृतीय वर्ष के स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं, वे चाहें तो दूसरे कॉलेज में प्रवेश ले सकते हैं. जो छात्र उसी कॉलेज में पढ़ना चाहते हैं, वे पढ़ाई पूरी कर सकते हैं.
इन कॉलेजों के खिलाफ लंबे अरसे से शिकायतें मिल रहीं थी. जिसके बाद शासन ने नवंबर-दिसंबर में कमिश्नर, कलेक्टर एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम का गठन कर कॉलेजों का निरीक्षण कराया . इसके बाद जिन कॉलेजों में कमियां मिली हैं, उन्हें फरवरी-मार्च के महीने में नोटिस दिए गए.
इसमें कई कॉलेजों ने नोटिस का जवाब नहीं दिया और जिन्होंने दिया वह भी संतोषप्रद नहीं होने के बाद मान्यता समाप्त करने की प्रक्रिया की गई. अभी 100 कॉलेज ऐसे भी हैं जिन्हें नोटिस दिया गया है कि वे सुधारी जा सकने वाली कमियों को निर्धारित समय में दूर कर लें.
उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता का कहना है कि आगे भी निरीक्षण जारी रहेगा. सरकार छात्र-छात्राओं के भविष्य के प्रति सजग है. किसी का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा.