ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज (जीआरएमसी) के 5 छात्रों ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है. दरअसल इन छात्रों को संदिग्ध मानते हुए कॉलेज प्रशासन ने इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. लेकिन ये छात्र ग्वालियर हाईकोर्ट जाकर अपने खिलाफ हुई एफआईआर पर स्टे ले आए थे.
आपको बता दें कि पीएमटी फर्जीवाड़े में जीएमआरसी मेडिकल कॉलेज की डॉ. एससी अग्रवाल जांच टीम ने 2010 के 95 छात्रों को फोटो ओर हस्ताक्षर न मिलने पर संदिग्ध छात्र माना था. साथ ही उनके खिलाफ ग्वालियर के झांसी रोड़ थाने में भी शिकायत दर्ज कराई थी.
इस दौरान कुछ छात्रों की फिंगर रिपोर्ट में उनके फर्जी होने की पुष्टि नही हुई और वो हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए थे. जहां से उन्हे रिलीफ दिया गया था, साथ ही कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री पूरी करने की अनुमति भी दी गई थी.
ग्वालियर एसआईटी इन छात्रों के फर्जी होने के प्रमाण अभी तक कोर्ट में पेश नहीं कर सकी है. लेकिन इन छात्रों को इस दौरान भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. संदिग्ध छात्रों के मुताबिक उन्हें समाज में नीचा देखने को मिल रहा है. साथ ही जीआरएमसी कॉलेज प्रबंधन उनके साथ भेदभाव कर रहा है, जिससे वो हर रोज प्रताड़ित हो रहे है.
जिसके चलते अब संदिग्ध छात्र मनीष शर्मा, अमित चढ़्ढा, विकास गुप्ता, राधवेंद्र भदौरिया और पकंज बंसल ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है. वही जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज इन सब बातों से अंजान है, उसका कहना है कि सभी छात्र उनके लिए समान है किसी भी छात्र के साथ भेदभाव नही किया जा रहा है.