दिल्ली यूनिवर्सिटी की बीकॉम ऑनर्स की एक टेक्स्टबुक में छात्रों को पढ़ाया जा रहा है कि किस तरह से ईमेल लिखे जाने चाहिए. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये किताब कहती है कि ईमेल किसी स्कर्ट की भांति छोटे और दिलचस्प होने चाहिए. हैरानी की बात ये है कि ये किताब डीयू से जुड़े ज्यादातर कॉलेजों में पढ़ाई जा रही है.
इस किताब को पब्लिश हुए एक दशक से ज्यादा समय बीत चुका है. इसमें लिखा गया है, 'ईमेल मैसेज स्कर्ट की तरह शॉर्ट होने चाहिए जिससे ये दिलचस्प हों और लंबे केवल इतने हों कि उनमें सभी महत्व्पूर्ण प्वाइंट्स आ जाएं'.
महाराष्ट्र: 12वीं की किताब में लड़कियों की बदसूरती को दहेज की वजह बताया
हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार, एक छात्र ने नाम ना लेने की शर्त पर कहा कि 'कई छात्रों को आदत होती है कि वह टेक्स्टबुक में लिखी हर बात को रटते हैं. बिना ये सोचे हुए कि उसका क्या असर होगा.'
ये है वो किताब-
इस मामले के बाहर आते ही इस किताब के लेखक प्रोफेसर सीबी गुप्ता ने लोगों के सेंटिमेंट को हर्ट करने के लिए माफी मांगी है. ये भी कहा है कि जिस आर्टिकल में ये कहा गया है वो एक विदेशी लेखक द्वारा लिखा गया है.
बुरहान वानी के स्कूल की छात्रा ने किया कश्मीर बोर्ड परीक्षा में टॉप
गुप्ता ने कहा, 'मैंने अपनी किताब से ये स्टेटमेंट डिलीट कर दिया. साथ ही पब्लिशर से कहा है कि वह लेटेस्ट एडिशन में इस कंटेंट को हटा दे.'