इंजीनियरिंग की पढ़ाई में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्विविद्यालय ने एक अनूठा कदम उठाया है. अगले सत्र से यहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी माध्यम से होगी.
इंजीनियरिंग के प्रस्तावित पाठ्यक्रम का विमोचन इंजीनियरिंग शिक्षा सम्मेलन में सोमवार को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने किया. इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री गुप्ता ने कहा कि सभी विद्वान मूलचिंतन मातृभाषा में ही करते हैं. उन्होंने निर्देश दिए कि हिंदी में लिखने वाले लेखकों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें.
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगले सत्र से पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए काम का बंटवारा युद्ध स्तर पर किया जाए. अभियांत्रिकी पाठ्यक्रम में तकनीकी शब्दों को यथावत रखा जा सकता है, मगर इसके लिए जरूरी है कि प्राध्यापकों का माइंडसेट भी हिंदी में पढ़ाने का हो.
हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एम एल छीपा ने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम हिंदी में शुरू करने के लिए की गई तैयारियों की जानकारी दी. इस मौके पर बताया गया कि अभियांत्रिकी के छह सेमेस्टर का पाठ्यक्रम हिंदी में बनाया जा चुका है.
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीयूष त्रिवेदी ने कहा कि विश्वविद्यालय एवं उससे संबंधित कॉलेजों में भी विद्यार्थियों के स्वेच्छानुसार हिंदी में भी पढ़ाई कराई जाएगी. इस अवसर पर इंजीनियरिंग की किताब हिंदी में लिखने वाले लेखकों को शॉल-श्रीफल से सम्मानित किया गया.