ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेने वाले भारतीय स्टूडेंट्स की संख्या पिछले साल से लगातार कम हो रही है.
अध्ययन उपरांत काम का वीजा समाप्त किए जाने की वजह से शायद स्टूडेंट्स की संख्या में गिरावट आई है. उच्च शिक्षा सांख्यिकी एजेन्सी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में प्रथम वर्ष अध्ययन के लिए नामांकन कराने वाले भारतीयों की संख्या 10 प्रतिशत तक घटकर 10,125 पर आ गई जो पहले 11,270 थी.
यूनिवर्सिटीज यूके की अध्यक्ष व यूनिवर्सिटी आफ केंट की वाइस-चांसलर डेम जूलिया गुडफेलो ने कहा, 'हम इससे बेहतर कर सकते थे. यह आवश्यक है कि ब्रिटेन की सरकार अंतरराष्ट्रीय स्टूडेंट्स के लिए एक स्वागत योग्य माहौल प्रस्तुत करे.' उन्होंने कहा कि अध्ययन के बाद काम का वीजा समाप्त किया जाना, इस गिरावट की प्रमुख वजहों में से वजह हो सकता है.