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जाकिर हुसैन के तबले की धुन पर क्यों कहती है दुनिया 'वाह उस्ताद'!

जाकिर हुसैन, तबला वादक और संगीत दोनों ही क्षेत्रों के महारथी हैं. उन्‍हें संगीत की दुनिया का 'लिविंग लेजेंड' कहा जाता है.  

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Zakir Hussain
Zakir Hussain

तबले पर अपनी उंगलियों और हाथ की थाप से जादू पैदा करने वाले जाकिर हुसैन का जन्म 1951 में आज ही के दिन हुआ था. ये ऐसी शख्सियत हैं, जिनका परिचय देना मतलब सूर्य को दीपक दिखाने जैसा होगा.

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- जाकिर हुसैन तबला वादक उस्ताद 'अल्ला रक्‍खा' के बेटे हैं.

- जाकिर हुसैन के पिता महाराष्ट्र से हैं पर उनका बचपन मुंबई में बीता. जाकिर का पुरा नाम 'जाकिर हुसैन कुरैशी' हैं.

- महज 12 साल की उम्र से ही उन्होंने संगीत की दुनिया में अपने तबले की आवाज़ को बिखेरना शुरू कर दिया था.

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- 1973 में उनका पहला एलबम 'लिविंग इन द मैटेरियल' वर्ल्ड आया था.

- ज़ाकिर बिल लाउ वैल के ग्लोबल म्यूजिक सुपरग्रुप 'तबला बीट साइंस' के संस्थापक सदस्य हैं.

- हिट एंड डस्ट और साज़ जैसी फिल्मों के अलावा उन्होंने कई फिल्मों में संगीत दिया है.

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- 1992 में द प्लेनेट ड्रम और 2009 में ग्लोबल ड्रम प्रोजेक्ट के लिए उन्हें 2 'ग्रैमी अवार्ड' मिले. साथ ही पद्म श्री, पद्म भूषण और 'संगीत नाटक अकादमी' की ओर से उन्हें नवाज़ा गया है.

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