पहले फीफा वर्ल्ड कप की शुरुआत 13 जुलाई 1930 को हुआ थी. साल 1928 में ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले उरग्वे ने इसकी मेजबानी की थी.
इसमें 13 टीमें शामिल हुईं. जिसमें साउथ अमेरिका की 7, यूरोप की 4 और नॉर्थ अमेरिका की 2 टीमें थीं. पहले फीफा वर्ल्ड कप में कुल 18 मैच खेले गए. पहला मैच फ्रांस और मेक्सिको के बीच खेला गया. उरग्वे ने अर्जेंटीना को फाइनल में 4-2 से हराया था. टूर्नामेंट में 8 गोल करने वाले अर्जेंटीनियाई गिलर्मो स्टैबाइल सबसे आगे रहे.
जिसने आलू से वोदका बनाकर दुनिया को चौंकाया, आज उनका जन्मदिन है...
20 साल बाद भारत ने किया क्वालिफाई, पर मैच नहीं खेल सका
दूसरे विश्व युद्ध के कारण फुटबॉल विश्वकप 1938, 1942 और 1946 में आयोजित नहीं हो पाया था. ब्राजील को 1950 में चौथे विश्वकप की मेजबानी करने का मौका मिला. यही वह टूर्नामेंट था जिसमें भारतीय टीम विश्व स्तर पर अपनी मौजूदगी दर्ज करा सकती थी, बावजूद इसके इंडियन फुटबॉल टीम यह मैच नहीं खेल पाई. इसके पीछे कई वजहें बताई जाती हैं. पहला ये कि मैच विदेशी मैदान पर था और भारत ने खर्च उठाने से मना कर दिया. हालांकि FIFA भारत की इस ट्रिप यात्रा का खर्च उठाने के लिए तैयार था, पर फिर भी भारत इस मैच में शामिल नहीं हो सका. टीम के अंदर सेलेक्शन पर विवाद, प्रैक्टिक की कमी आदि भी वजहें बनी.
140 साल का हुआ विंबलडन, गूगल ने कुछ इस अंदाज में किया सेलिब्रेट
लेकिन जो सबसे बड़ी वजह थी वह ये कि भारतीय खिलाड़ियों को उस समय नंगे पैर से फुटबॉल खेलने की आदत थी, जो उनके लिए परेशानी का सबब बन गई. भारत ने अपने निर्धारित प्रतिद्वंद्वियों के हट जाने के चलते इस विश्वकप के लिए क्वालिफाई किया था. अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ FIFA के नियम के अनुसार खिलाड़ियों को जूते पहनकर इस विश्वकप में खेलना था, लेकिन भारतीय खिलाड़ी जूते पहनकर फुटबॉल खेलने के अभ्यस्त नहीं थे और उन्होंने इस टूर्नामेंट में खेलने से इनकार कर दिया.
भारतीय फुटबॉल टीम उस समय नंगे पैर से फुटबॉल खेलने के लिए जानी जाती थी. मोहम्मद अब्दुल सलीम नाम के एक भारतीय फुटबॉलर उस समय सेल्टिक फुटबॉल क्लब के लिए नंगे पैर ही खेला करते थे. उस विश्वकप के बाद से भारतीय टीम फिर कभी विश्वकप के लिए क्वालिफाई करने के आसपास भी नहीं पहुंच पाई. मौजूदा विश्वकप के क्वालिफाइंग के पहले राउंड में भारत को लेबनान ने पहले ही राउंड में बाहर कर दिया था.
जानिये, आखिर कौन था टारजन, जिसके नाम पर बनी कई फिल्में...
भारत नहीं पर भारतीय पहुंचा फाइनल तक
भारतीय फुटबॉल टीम आज तक FIFA वर्ल्ड कप में एक भी मैच नहीं खेल पाई. पर एक भारतीय खिलाड़ी ने फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल मैच भी खेला है. विकास ढोरासु नाम के इस खिलाड़ी ने फ्रांस की टीम के लिए खेला. साल 2006 में फ्रांस और इटली आमने-सामने थे.