क्या आप इस फैक्ट से वाकिफ हैं कि भारत के भीतर रहने वाला हर दूसरा बच्चा किसी न किसी तरह के यौन शोषण से होकर गुजरा है? भारत की ह्यूमन राइट वॉच संस्था की मानें तो भारत में हरेक साल 7200 से अधिक बच्चे, जिनमें नवजात भी शामिल हैं, बलात्कार का शिकार हो जाते हैं.
आज बाल यौन शोषण एक अनजाना मुद्दा नहीं है. आज इससे होने वाले नुकसान से हमारा समाज भलीभांति अवगत भी है और परेशान भी और इससे निजात हेतु यथासंभव प्रयास कर रहा है.
इसके मद्देनजर Social Axiom Insignia(SAI) ने एक फोकस ग्रुप डिस्कशन का आयोजन हाल ही में आईआईटी, दिल्ली के प्रांगण में किया. इसके तहत वे बच्चों पर आधारित किताबों के माध्यम से और बच्चों व माता-पिता को शामिल कर बाल यौन शोषण पर रोक लगाने की कोशिश व बहस कर रहे हैं.