वैज्ञानिकों ने एक महत्वपूर्ण खोज में एक विशालकाय पक्षी के जीवाश्म की पहचान की है, जो दुनिया में अभी तक के सबसे बड़े पक्षी का हो सकता है. डायनासोर के विलुप्त होने के बाद और मनुष्य की उत्पत्ति से पहले 2.5 से 2.8 करोड़ साल पहले अस्तित्व में रहे इस पक्षी का नाम 'पेलागॉर्निस संडेरसी' है.
बेहद लंबे और संकरे पंख के कारण इसे आसमान में उड़ने में सहायता मिलती थी, जिसके कारण यह पक्षी एक बेहतरीन उड़ाकू था.
उत्तरी कैरोलिना के डरहम स्थित नेशनल इवोल्यूश्नरी सिंथेसिस सेंटर के लेखक डैन सेपका ने कहा, 'जीवाश्म इतना बड़ा था कि उसे खोदकर निकालने के लिए एक विशालकाय मशीन की सहायता लेनी पड़ी'.
दक्षिण कैरोलिना में 1983 में नए जीवाश्म की खोज तब हुई थी, जब निर्माण कार्य करने वाले मजदूर चार्ल्सटन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर खुदाई का काम कर रहे थे.
एक अनुमान के मुताबिक, 20-24 फीट के पंख फैलाव के साथ यह प्राणी पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया, जो एक विलुप्त विशाल पक्षी 'अरजेंटाविस मैग्निफिसेंस' की थी.
वर्तमान में सबसे विशाल पक्षी 'रॉयल अल्बाट्रॉस' से लगभग दोगुना बड़ा था.p>शोधकर्ताओं ने कहा कि "समुद्र की सतह से उठी हवाओं की दिशा में यह पक्षी बिना पंख फड़फड़ाए समुद्र के ऊपर मीलों दूरी तक उड़ने में सक्षम था, वैसे कभी कभार मछली जैसे शिकार को पकड़ने वह नीचे भी उतरता था'
यह निष्कर्ष पत्रिका 'प्रोसिंडिंग्स ऑफ द नेशनल अकादमी ऑफ साइंस' में प्रकाशित हुआ है.