कहते हैं कि समय हमेशा एक सा नहीं रहता. आज जो फर्श पर हैं वे कल अर्श पर हो सकते हैं. आज ब्रेंडा मार्टिनेज रियो ओलंपिक में अमेरिका की ओर से 1500 मीटर की धाविका हैं और मेडल की तगड़ी दावेदार भी. आज उनका देश उन पर नाज करता है और बाकी दुनिया उन पर नजरें टिकाए है.
हालांकि, हमेशा से ऐसा नहीं था. उनका जन्म एक बेहद गरीब घर में हुआ था और उनके पास स्कूल जाने और रेसिंग ट्रैक पर दौड़ने के लिए अलग-अलग जूते भी नहीं थे. आज जब वह अपने देश की एक सफल एथलीट हैं तो वह ऐसी बच्चियों को जूते मुहैयया करवा रही हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और रेसिंग जूते भी नहीं खरीद सकतीं.
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पांच साल की उम्र से ही दौड़ रही हैं ब्रेंडा...
आज ब्रेंडा की उम्र 28 साल है और वह 5 साल की उम्र से ही दौड़ रही हैं. वह दौड़ने के अलावा अपनी जिंदगी की कल्पना भी नहीं करना चाहती, लेकिन इन तमाम झंझावतों के बावजूद आज वह एक ऐसे मुकाम पर हैं जहां से वह बहुतों के लिए उम्मीद की किरण हैं.
उनका मानना है कि जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए आपको लगातार प्रयास करने चाहिए. अभाव सभी के जीवन का हिस्सा होते हैं लेकिन इनके आगे कभी घुटने नहीं टेकने चाहिए.