भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के अध्यक्ष पद से भाजपा सदस्य एवं टीवी अभिनेता गजेंद्र चौहान को हटाने की मांग को लेकर छात्रों की हड़ताल को आज 68 दिन हो गए जिससे संस्थान में शैक्षिक कार्य बाधित है.
इसके साथ ही संस्थान के पूर्व अध्यक्ष एवं फिल्म निर्माता सईद मिर्जा आंदोलनकारी छात्रों के समर्थन में आ गए हैं. मिर्जा ने परिसर में एक सप्ताह से आजादी की तलाश शीर्षक से एक कार्यक्रम कर रहे हड़ताली छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अध्यक्ष पद सिर्फ प्रशासनिक नहीं है और इस पद पर बैठे व्यक्ति को हर तरह के सिनेमा तथा प्रदर्शन कलाओं से वाकिफ होने की आवश्यकता है.
एफटीआईआई की संचालन परिषद के 2013 से 2014 तक अध्यक्ष रहे मिर्जा ने कहा कि वह छात्रों के गुस्से को समझते हैं और उनके प्रति सहानुभूति रखते हैं तथा उनकी मांग का समर्थन करते हैं. छात्र 12 जून से कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं. वे एफटीआईआई इकाई के पुनर्गठन और चौहान को हटाने की मांग कर रहे हैं.
उनका आरोप है कि चौहान के पास संस्थान का नेतृत्व करने की योग्यता और दृष्टिकोण नहीं है. इस बीच, हड़ताली छात्रों ने 2008 के बैच की फिल्म परियोजनाओं के अपूर्ण डिप्लोमा का यथास्थिति आधार पर आकलन शुरू करने के संस्थान के नए निदेशक प्रशांत पथराबे के फैसले का विरोध जारी रखते हुए इसे अविवेकपूर्ण और अनुचित बताया. एफटीआईआई स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एफएसए) ने भी संस्थान में करीब 80 अनुबंध कर्मचारियों की सेवा को इस आधार पर समाप्त करने के फैसले का विरोध किया कि हड़ताल जारी रहने और शैक्षिक गतिविध बंद होने के दौरान उनकी उपस्थिति उचित नहीं थी.
इनपुट: भाषा