अपनी विवादित नियुक्ति के करीब सात महीने बाद टीवी अभिनेता और भाजपा सदस्य गजेंद्र चौहान गुरुवार को भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के अध्यक्ष के तौर पर पदभार संभालेंगे.
हालांकि, चौहान को पद से हटाए जाने की मांग को लेकर 139 दिनों की हड़ताल कर चुके एफटीआईआई के छात्रों की ओर से विरोध प्रदर्शन की संभावना है. वहीं दूसरी ओर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 17 स्टूडेंट को नोटिस दे दिया है. चौहान की नियुक्ति के विरोध में एफटीआईआई के छात्रों ने पिछले साल 12 जून से लेकर 28 अक्टूबर तक हड़ताल की थी.
हड़ताल खत्म होने के बाद ही छात्रों ने क्लास में जाना शुरू किया था. बहरहाल, चौहान की नियुक्ति का विरोध जारी रखते हुए आज छात्रों ने कहा कि वह जब पदभार संभालेंगे तो वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे. चौहान की अध्यक्षता वाली एफटीआईआई सोसाइटी की पहली बैठक गुरुवार को संस्थान परिसर में होने वाली है. इसमें वे सदस्य भी हिस्सा लेंगे जिनकी नियुक्ति का विरोध एफटीआईआई छात्र संघ (एफएसए) की ओर से किया जा रहा था. इनके नाम हैं - अनाघा घइसस, राहुल सोलापुरकर, शैलेश गुप्ता और नरेंद्र पाठक. एफएसए की ओर से कहा गया, हमें अब भी इन नियुक्तियों पर ऐतराज है और हम तब तक इसका विरोध करेंगे जब तक संबंधित अधिकारी संस्थान का प्रशासन चलाने वाली एफटीआईआई सोसाइटी को स्थगित न कर दें.
एफएसए ने कहा, देश में उच्च शिक्षा को सभी राजनीतिक दखल से मुक्त करना चाहिए. सीबीएफसी में पद ग्रहण करने के लिए सोसाइटी में उनकी मौजूदगी भी अस्वीकार्य है. यह पूछे जाने पर कि छात्र किस तरह के प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं, इस पर एफएसए के प्रतिनिधि विकास उर्स ने कहा, शांतिपूर्ण रूप से नारेबाजी. इस बीच, एफटीआईआई के निदेशक के घेराव के सिलसिले में जिन 17 छात्रों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे और जिन्हें पुलिस नोटिस जारी किया गया है, उन्हें चेतावनी दी गई है कि वे बैठक के दौरान शांति बनाए रखें और ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.