भारत में जर्मनी के राजदूत माइकल स्टेनर बिहार की अपनी दो दिन की यात्रा के पहले दिन मंगलवार को IIT एंट्रेंस टेस्ट की तैयारी कराने के लिए चर्चित संस्थान सुपर 30 पहुंचे और लंबे समय तक वहां के छात्रों से बातचीत की.
इस दौरान उन्होंने इस संस्थान को छात्रों के लिए लक्ष्य प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण स्थान बताया. स्टेनर ने छात्रों से बातचीत के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, 'भारत में जर्मनी की तुलना में 20 फीसदी ज्यादा युवा शक्ति है, परंतु इन शक्तियों को व्यवस्थित करने की जरूरत है. वर्तमान भारत सरकार विकासोन्मुख है और जर्मनी यहां निवेश करना चाहता है.'
उन्होंने सुपर 30 की तारीफ करते हुए कहा कि विदेशों के लोग इस संस्थान में रुचि ले रहे हैं. उन्होंने कहा, 'सुपर 30 के विषय में सुना था. यहां आकर मुझे काफी प्रसन्नता हुई. यहां के छात्र अपनी मेहनत और परिश्रम के बल पर लक्ष्य की प्राप्ति कर रहे हैं, जो आने वाली पीढ़ी के लिए एक उदाहरण है.' स्टेनर ने यहां के छात्रों को जर्मनी आकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि यह संस्थान बिना किसी चंदे या बिना किसी के मदद के चलता है, इसलिए अद्भुत है.
स्टेनर अपनी पत्नी के साथ सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार से भी मिले और उनसे लंबी चर्चा की.
बता दें कि दो साल पहले अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के विशेष दूत रशद हुसैन ने भी सुपर 30 का दौरा किया था और यहां के छात्रों से मुलाकात की थी.