वैश्विक अभियान गर्ल राइजिंग इंडिया पर अपने विचार व्यक्त करते हुए फ्रीडा
पिंटो ने कहा कि यह लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लोंगो को मानसिकता बदलने की जरूरत है.
इस अभियान के प्रति अपना समर्थन जताने के लिए सैकड़ों भारतीय-अमेरिकी यहां एकत्रित हुए थे. फ्रीडा ने कहा, हमें उम्मीद है कि इससे बदलाव के लिए बातचीत शुरू होगी.
स्लमडॉग मिलियनेयर अभिनेत्री ने कहा कि जमीनी स्तर के इस अभियान से रातों रात कोई बदलाव संभव नहीं है, इसमें समय लगता है. लेकिन अब इस प्रयास को शुरू किया जाना चाहिए. पिंटो गर्ल राइजिंग इंडिया अभियान की सदस्य भी हैं.
फ्रीडा ने कहा कि जल्द ही भारत के राजस्थान और बिहार से इस अभियान को शुरू किया जाएगा. बड़े पैमाने पर जागरुकता अभियान चलाने के लिए भारत सरकार और जमीनी स्तर से जुड़े कई गैर सरकारी संगठनों के साथ करार किया गया हैं. गर्ल राइजिंग इंडिया की कंट्री डायरेक्टर निधि दुबे ने कहा, अभियान का लक्षय भारत में सभी लड़कियों को बराबरी का दर्जा दिलवाना है. माता-पिता जिस तरह अपने बेटों के लिए बड़े सपने देखते हैं उसी तरह अपनी बेटियों के लिए भी देखें. हम स्वभावगत बदलाव लाना चाहते हैं जो आपके नजरिए पर बात करता है. उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के अनुरूप है.
गर्ल राइजिंग इंडिया की सह संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी हॉली गॉर्डन ने कहा कि हमने अभियान की शुरुआत भारत से करने की इसलिए ठानी क्योंकि लड़कियों के लिए वह एक मुश्किलों भरी जगह है. साथ ही भारत में कहानी कहने की कला की जो ताकत है वह और बॉलीवुड की पहुंच मध्यवर्गीय परिवारों तक ज्यादा है. उ
न्होंने कहा कि अभियान के जरिए लड़कियों को लेकर बड़ा सोचने के साथ ही उनकी शिक्षा के रास्ते में आ रहे अवरोधों को खत्म करने में माता-पिता की मदद की जाएगी. लड़कियों और लड़कों के लिए समानता का अर्थ एक ज्यादा समृद्ध दुनिया है.
इनपुट: भाषा