सूचना और प्रसारण मंत्रालय फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट जैसे राष्ट्रीय महत्व के इंस्टीट्यूट्स का दर्जा दे सकता है.
दरअसल केबिनेट सेक्रेटरी पी के सिन्हा के अध्यक्षता में हुई मीटिंग में सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने FTII को कॉमन यूनिवर्सिटीज एक्ट में शामिल करने के बारे में पूछा है. मंत्रालय के इस कदम से न सिर्फ इंस्टीट्यूट को ऑटानमी दी जाएगी बल्कि इसे डिग्री देने की अनुमति भी मिल जाएगी.
यह फैसला उस समय लिया जा रहा है जब मंत्रालय और एफटीआईआई के स्टूडेंट्स के बीच गतिरोध चल रहा है. हड़ताल पर गए एफटीआईआई के स्टूडेंट्स मांग कर रहे हैं कि गजेन्द्र चौहान को इंस्टीट्यूट के चैयरमैन पद से हटाया जाए.
हाल ही में एफटीआईआईके स्टूडेंट्स और सूचना और प्रसारण मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात भी कर चुके हैं. अरुण जेटली ने स्टूडेंट्स को आश्वासन दिया है कि इस दिशा में पर्याप्त कदम उठाए जाएंगे.