गुजरात आदिवासी विकास मंत्री गणपत वसावा ने घोषणा की है कि राज्य सरकार 12वीं साइंस स्ट्रीम में 70 फीसदी अंको से पास सभी आदिवासी छात्रों को टैबलेट बांटेगी. वसावा ने यह घोषणा गुजरात विधानसभा में की.
उन्होनें कहा, '2014-15 में पेश हुए गुजरात बजट में आदिवासी विकास के लिए निर्धारित की गई रकम 1,377.70 करोड़ है जो पिछले साल की तुलना में 44 फीसदी ज्यादा है'.
छात्रों को टैबलेट देने में एक करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके अलावा छात्रों को दिए जाने वाले लोन की सीमा भी बढ़ा दी गई है. विदेश में जाकर पढ़ाई के लिए मिलने वाली लोन की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 15 लाख और कमर्शियल पायलट बनने के लिए 20 लाख से 25 लाख रुपये कर दी गई है.
वसावा ने ऐलान किया कि 'वनबंधु कल्याण' योजना के तहत गुजराती आदिवासियों के विकास के लिए 40 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. गौरतलब है गुजरात की कुल आबादी में 15 फीसदी आदिवासी हैं.
वसावा का कहना है गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में यह योजना शुरू की थी, जिसे राज्य में बड़ी कामयाबी मिली थी. इसी के मद्देजनर केंद्र सरकार ने इसे देश के सभी राज्यों में लागू करने का फैसला लिया है.