देश के सबसे चर्चित वैज्ञानिक और राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम का जन्म रामेश्वरम में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था.
83 बरस के कलाम भारतीय युवाओं के लिए एक आदर्श हैं. उनकी शख्सियत की सबसे खास बात है कि तमाम अभावों के बावजूद भी उन्होंने सफलता पाई है. उन्होंने अपने जिंदगी के कुछ महत्वपूर्ण अनुभव अपनी किताब 'मेरी जीवन- यात्रा' में साझा किए हैं.
बचपन में वे अपने पिता की मदद के लिए स्कूल के बाद अखबार बांटा करते थे. उनकी बहन ने उनकी पढाई के लिए अपने गहने तक बेच दिए थे, जिसका जिक्र उन्होंने अपनी किताब में भी किया है.
कलाम ने कहा है कि उनके संकट के दिनों में कुछ लोग ऐसे आए जिन्होंने उनके विचारों को मोड़ दिया. कलाम की एक सबसे अच्छी बात यह है कि उनके पास भारत और भारत के लोगों के विकास के लिए एक विजन है .
कलाम की कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां
कलाम देश के पहले सैटेलाइट लांच व्हीकल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर थे. उनके ही नेतृत्व में 1980 में रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की ऑर्बिट में स्थापित किया गया था.
पोखरण-2 परमाणु परीक्षण के दौरान वो चीफ प्रोजेक्ट को- ऑर्डिनेटर थे.
2002-2007 तक कलाम भारत के सर्वोच्च पद यानी राष्ट्रपति रहे.
कलाम को भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न भी मिल चुका है.
करीब 40 यूनिवर्सिटीज ने उन्हें डॉक्ट्रेट की मानद उपाधी भी प्रदान की है.
कलाम की कुछ मुख्य किताबें:
इंडिया-2020(1998)
विंग्स ऑफ फायर(1999)
मिशन इंडिया(2005)
यू आर बोर्न टू बोसम (2011)
टर्निंग प्वांइट्स(2012)
माइ जर्नी(2013)
ए मेनिफेस्टो फॉर चेंज (2014)