देश में डॉक्टरों की क्वॉलिटी में सुधार लाने के लिए सरकार एक निर्णायक परीक्षा लाने की तैयारी में है. सरकार की योजना के अनुसार अब एमबीबीएस पास करने के बाद डॉक्टरों को एक एक्जिट परीक्षा देनी होगी. इसमें पास करने के बाद ही वो पीजी के लिए क्वॉलिफाई कर सकेंगे.
शुरुआत में यह परीक्षा फॉरेन मेडिकल ग्रैजुएट एग्जैमिनेशन (एफएमजीई) के फॉर्मेट पर देनी होगी. फिलहाल यह परीक्षा उन डॉक्टरों को पास करनी होती है जिन्होंने विदेश में मेडिकल की पढ़ाई की है और भारत में प्रैक्टिस करना चाहते हैं. हालांकि बाद में एक्जिट परीक्षा का दूसरा फॉर्मैट शुरू किया जा सकता है.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी खबर के अनुसार शुरू में सरकार 'एग्जिट एग्जाम' क्वॉलिफाई करने वाले डॉक्टरों के लिए अलग से 'ऑल इंडिया चैप्टर' बनाएगी. अभी डॉक्टर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के राज्य खंड से रजिस्ट्रेशन करवाते हैं. किसी दूसरे राज्य में जाने पर रजिस्ट्रेशन को ट्रांसफर करवाना होता है. लेकिन अगर स्वास्थ मंत्रालय की यह योजना लागू होती है तो एग्जिट एग्जाम को पास करने वाले डॉक्टर देश में कहीं भी प्रैक्टिस कर सकेंगे .
सरकार की यह योजना सरकारी और निजी दोनों कॉलेजों से पास करने वाले सभी एमबीबीएस डॉक्टरों पर लागू होगी.