मध्यप्रदेश में यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूट्स को तंबाकू वर्जित क्षेत्र घोषित करने की कवायद चल रही है. इस सिलसिले में राज्य के उच्च शिक्षा विभाग ने निर्देश भी जारी कर दिए हैं. प्रदेश के सभी यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूट्स को जारी किए गए एक निर्देश में कहा गया है कि शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर रोक हो. संस्थानों के बाहर तंबाकू फ्री जोन के सूचना बोर्ड लगाए जाएं. इसके साथ ही प्रतिबंधित क्षेत्र में धूम्रपान एवं तंबाकू की ब्रिकी होते पाए जाने पर 200 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाए.
उच्च शिक्षा आयुक्त सचिन सिन्हा ने कहा कि दुनिया में सालाना 50 लाख औरभारत में सालाना लगभग 10 लाख लोगों की मौत तंबाकूजनित रोगों के कारण होती है.
ग्लोबल यूथ टोबेको सर्वे 2009 के अनुसार, भारत में 13 से 15 साल की आयु के 14 प्रतिशत से अधिक बच्चे तंबाकू सेवन की लत के शिकार हैं.