विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने यूनिवर्सिटी को सलाह दी है कि वे सेलेबस में नार्थ-ईस्ट का इतिहास, कहानियां एवं उपन्यास को शामिल करें. यूजीसी के निर्देश के अनुसार इसमें पूर्वोत्तर की लघु कहानियां और उपन्यास के साथ ही जिन हस्तियों ने उपनिवेशवाद के विरुद्ध बगावत तथा स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया, उनके समेत पूर्वोत्तर का इतिहास शामिल किया जाए.
निर्देश के अनुसार देश के अन्य भागों के स्टूडेंट्स पूर्वोत्तर में कुछ समय बिताएं, जिससे कि वे उस क्षेत्र की संस्कृति को समझें तथा उसकी सराहना करें. इसके अलावा, यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा प्रणाली में पूर्वोत्तर के संस्थानों तथा अन्य क्षेत्रों के बीच नियमित तौर पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान किया जाए.
संस्कृति मंत्रालय का पूर्वोत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र एक स्वायत्त निकाय है और अपनी योजनाओं के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करता है, जिसमें पूर्वोत्तर क्षेत्र की संस्कृति के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए राष्ट्रीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम भी शामिल है.
इनपुट: IANS