आपकी लिखी गई बातों को जब कोई आसानी से समझ ले तभी यह माना जाएगा कि आप अच्छा लिख सकते हैं. हर भाषा की तरह अंग्रेजी भाषा में अच्छे लेखन के लिए कई शर्ते हैं, जिन्हें पूरा करके ही आप अपने लेखन-कौशल को दिखा सकते हैं.
1. Time And Tense: किसी भी कॉपी को लिखते हुए यह ध्यान देना चाहिए कि वाक्य बनाते समय आप समय और काल के साथ छेड़-छाड़ तो नहीं कर रहे हैं. एक ही बात को कहते हुए हमेशा एक ही tense का प्रयोग करें.
Example:
I went to my friend's college yesterday and we played tennis together (Correct)
I went to my friend's college yesterday and we play tennis together (Incorrect)
2. Subject Verb Agreement: अंग्रेजी में किसी भी वाक्य को सही लिखने में सबसे बड़ी भूमिका Subject Verb Agreement की होती है. अगर आप इसके नियमों के हिसाब से वाक्य को फ्रेम नहीं करेंगे तो आप कभी भी सही नहीं लिख पाएंगे.
Example:
Everyone has done his/her homework (Correct)
Everyone have done his/her homework (Incorrect)
3. Articles का उपयोग: इसकी अच्छी जानकारी न होने पर भले ही आप सोचते हों कि इसका प्रभाव वाक्य विन्यास पर ज्यादा नहीं पड़ता लेकिन ऐसा सोचना गलत है. हिंदी में articles का ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाता है लेकिन बिना article की जानकारी के आप कभी भी अच्छी अंग्रेजी नहीं लिख सकते हैं.
Example:
I watched a movie Yesterday (Correct)
I watched movie Yesterday (Incorrect)
4. Preposition की सही प्रैक्टिस: इसके नियमों की बेसिक जानकारी होनी आवश्यक है लेकिन, इस पर कमांड तभी पाई जा सकता है जब आप फ्रेजल वर्ब और वर्ड्स के साथ लगनेवाले Prepostion को याद करेंगे.लगातार लिखने और प्रैक्टिस करने से इसकी अच्छी जानकारी हासिल की जा सकती है. Prepostion याद रखने के लिए नॉवेल, न्यूजपेपर और मैग्जीन पढ़ना जरूरी है.
Example:
I am at Work (Correct)
I am in Work (Incorrect)
5. हमेशा छोटे वाक्य लिखें: हम जब भी कुछ लिखते हैं तो उसका मकसद सामने वाले तक अपनी बात पहुंचाना होता है. छोटे वाक्य बनाना आपके लिए भी आसान होगा और पढ़ने वाले के लिए भी.
6. लिखते समय असमंजस में न रहें: ग्रामर के नियम के मुताबिक अगर आपको लग रहा है कि कोई वाक्य सही नहीं है तो उसे हटा ही दें. यह न सोचें कि यह सही है या गलत. गलत लिखने से बेहतर है कि आप किताब पलटें और ग्रामर के नियम देख लें.
7. जिस भाषा में लिखें उसमें ही सोचें:जिनकी मातृभाषा अंग्रेजी नहीं है, उनके साथ यह समस्या आती है कि वे लिख तो अंग्रेजी में होते हैं लेकिन सोचते अपनी मातृभाषा में हैं. ऐसा करने से सेंटेंस की फ्रेमिंग अच्छी नहीं हो पाती है और इसका पता भी लिखने वाले को नहीं होता है. अंग्रेजी लिखते वक्त हमेशा अंग्रेजी में ही सोचें.
8. वर्ड ऑडर मजबूत करें: हमेशा यह कोशिश करें कि एक शब्द दूसरे से जुड़ा हुआ हो. यह दूसरों पर न छोड़े कि वह खुद समझें कि आपने क्या लिखा है? इसे मजबूत बनाने के लिए आपको ग्रामर के नियमों की बेसिक जानकारी के साथ-साथ अधिक से अधिक शब्दों की जानकारी रखनी होगी.