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HSSC परीक्षा में पूछा- काला ब्राह्मण अपशगुन या ब्राह्मण की कन्या?

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से जूनियर सिविल इंजीनियर पद के लिए करवाई गई परीक्षा विवाद के घेरे में आ गई है.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

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हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से जूनियर सिविल इंजीनियर पद के लिए करवाई गई परीक्षा विवाद के घेरे में आ गई है. परीक्षा प्रश्न पत्र में पूछा गया एक सवाल सोशल मीडिया से लेकर राजनीति जगत तक सुर्खियों में है.

दरअसल परीक्षा के प्रश्न पत्र में 75 नंबर के एक सवाल में पूछा गया था कि हरियाणा में कौन-सा अपशगुन नहीं माना जाता है? साथ ही इस सवाल के जवाब के लिए दिए गए ऑप्शन में 'काले ब्राह्मण से मिलना' और 'ब्राह्मण की कन्या को देखना' भी ऑप्शन थे.

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इन ऑप्शन को लेकर ब्राह्मण समाज ने विरोध जताया है. समाज के लोग आयोग के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं और एचएसएससी चेयरमैन के साथ प्रश्न पत्र तैयार करने वाले व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. वहीं आयोग ने इस प्रश्न को वापस लेने का फैसला किया है और दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

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बता दें कि इस प्रश्न के चार ऑप्शन थे जिसमें (क) खाली घड़ा (ख) फ्यूल भरा कास्केट (ग) काले ब्राह्मण से मिलना (घ) ब्राह्मण कन्या को देखना शामिल थे. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार इस सवाल का सही जवाब ‘ब्राह्मण कन्या को देखना  है. अब आयोग पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या आयोग काले ब्राह्मण से मिलने को अपशकुन मानता है?

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वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा एसएससी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की आलोचना करते हुए इसे शर्मनाक बताया है. इसकी आलोचना करते हुए आम आदमी पार्टी की हरियाणा इकाई के प्रमुख नवीन जयहिंद ने ब्राह्मणों से बीजेपी के बॉयकॉट की अपील की. पार्टी का कहना है कि प्रदेश सरकार ने ऐसा कर ब्राह्मण समाज के प्रति अनादर की भावना का प्रदर्शन किया है, खासतौर से लड़कियों के सम्मान को लेकर.

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