इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने मौजूदा आर्थिक परिदृश्य के हिसाब से चार्टर्ड अकाउंट के पाठ्यक्रम में बदलाव किया है, जिसे लेकर उसे सरकार से मंजूरी की प्रतीक्षा है.
चार्टर्ड अकाउंटेंट कार्यक्रम के पाठ्यक्रम में हर 10 साल पर संशोधन किया जाता है और संबद्ध पक्षों से लंबे विचार-विमर्श के बाद इसे तैयार किया गया है. आईसीएआई के अध्यक्ष मनोज फड़णीस ने कहा, 'हमारा संशोधित पाठ्यक्रम केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने की अग्रिम अवस्था में है. इसमें पूरी तरह से संशोधन किया गया है. इसे मंजूरी के लिये कारपोरेट कार्य मंत्रालय के पास भेजा गया है.' आईसीएआई कारपोरेट कार्य मंत्रालय के अधीन आता है.
उन्होंने कहा, 'इसे 10 साल पर संशोधित किया जाता है. जब ऐसा करते हैं, हम पाठ्यक्रम और मौजूदा व्यापार एवं वाणिज्य की जरूरत के हिसाब से उसकी प्रासंगिकता को देखते हैं. पूर्ण पाठ्यक्रम को उन्नत बनाया गया है.' मंत्रालय की मंजूरी के बाद पाठ्यक्रम पर लोगों की सार्वजनिक राय ली जाएगी. विभिन्न पक्षों से टिप्पणी प्राप्त करने के बाद अंतिम मसौदा मंत्रालय के पास भेजा जाएगा.
फड़णीस ने कहा कि संशोधित पाठ्यक्रम पर मंत्रालय से एक बार अंतिम मंजूरी मिलने के बाद इसे पांच से छह महीने में लागू किया जाएगा.