उत्तरप्रदेश में भगवान राम और हनुमान एक बार फिर चर्चा में है, देश भर में चलने वाली आईसीएससी बोर्ड की कक्षा पांच में विद्यार्थियो के अंग्रेजी की किताब में हनुमान और भगवान राम को लेकर अंग्रेजी में जो शब्द इस्तेमाल किया गये है.
इस मुद्दे पर पर यूपी के भगवाधारियों ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए प्रधानमंत्री और मानव संसाधन मंत्री को किताब पर बैन लगाने के लिये पत्र लिखा है.
यूपी बीजेपी के नेता संजय तिवारी ने किताबो में मौजूद फैक्ट्स पर अपनी आपत्ति दर्ज़ करते हुए किताब के पब्लिशर और लेखक को नोटिस भी भेजा है. दरअसल कक्षा पांच की इस किताब के दूसरे चैप्टर भीम एंड हनुमान में भगवान हनुमान के लिए 'सर्वेंट' शब्द का इस्तेमाल किया गया है. भगवान राम के लिए लार्ड राम की बजाय ग्रेट राम शब्द का इस्तेमाल किया गया है .
संजय तिवारी का कहना है कि हनुमान भगवान राम के भक्त थे न की सर्वेंट क्योंकि आमतौर पर सर्वेंट वो होता है जिसको किसी भी काम के बदले पैसे दिए जाते है और ये सब बच्चों को पढ़ाकर समाज में गलत संदेश दिया जा रहा है.
बीजेपी नेता संजय तिवारी का कहना है कि पूरे पीढ़ी को गलत शिक्षा परोसी जा रही है, करोड़ो हिन्दुओं के अराध्य देव भगवान हनुमान जी को सर्वेंट शब्द का प्रयोग किया गया है और आगे भगवान राम न लिखते हुये ग्रेट राम जबकि लार्ड राम होना चाहिये, इस विषय पर मेरी घोर आपत्ति है.