देश में छह नए आईआईएम खोलने के प्रस्ताव के बाद भी इस साल कैट एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या घट गई है.
पिछले साल जहां रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या करीब 1.94 लाख थी, वहीं इस साल यह घटकर 1,89,759 लाख पर आ गई है. हर साल रजिस्ट्रेशन करवाने वालों की संख्या घटती जा रही है. 2010 के मुकाबले इस बार रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या में 7.35 फीसदी की गिरावट हुई है.
कैट एग्जाम के जरिए देश के बड़े बिजनेस स्कूल आईआईएम में दाखिला मिलता है. रजिस्ट्रेशन की घटती संख्या से पता चलता है कि आईआईएम की लोकप्रियता घटती जा रही है. आईआईएम को छोड़ दें तो देश में अब बड़े पैमाने पर ऐसे बिजनेस स्कूल हैं, जो कैट एग्जाम दिए बिना भी एडमिशन देते हैं.
वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एमबीए करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. ग्लोबल मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल (जीमैक) के मुताबिक दुनिया भर में दो साल के एमबीए प्रोग्राम के लिए एप्लिकेशन देने वाले लोगों में इजाफा हुआ है या पुराने आंकड़े स्थिर रहे हैं.
मगर भारत में यह विपरीत दिशा में जा रहा है. सरकार देश में बिजनेस की शिक्षा देने के लिए नए संस्थानों की नींव रखने की सोच रही है, वहीं स्टूडेंट्स के बीच इसकी लोकप्रियता कम होती जा रही है.