इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन (IIMC), सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट (SRFTI) और फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) को बहुत जल्द इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस का दर्जा मिल जाएगा. इसके साथ ही इन संस्थानों में डिग्री कोर्स भी शुरू होंगे. राष्ट्रीय महत्व मिलने के बाद यह तीनों संस्थान आईआईटी और एम्स की कैटेगरी में आ जाएंगे.
सूत्रों के मुताबिक SRFTI और FTII को नेशनल इंपोर्टेंस देने की बात में कोई विवाद नहीं है, लेकिन IIMC पर विवाद बना हुआ है. कयास लगाए जा रहे हैं कि यूनियन कैबिनेट पेश होने से पहले प्रस्ताव पारित हो जाएंगे.
सूत्रों का कहना है कि यह तीनों इंस्टीट्यूट अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतर शिक्षण के लिए जाने जाते हैं, लेकिन फिर भी यहां केवल डिप्लोमा कोर्स ही कराए जा रहे हैं.
अभी तक डिप्लोमा कोर्स संचालित कर रहे आईआईएमसी में जल्द ही एमए, एमफिल और पीएचडी प्रोग्राम भी शुरू किए जाने की संभावना है. गौरतलब है कि नई दिल्ली स्थित आईआईएससी के पांच रीजनल सेंटर्स आईजोल (मिजोरम), अमरावती (महाराष्ट्र), ढेनेकेनाल (ओडिशा), जम्मू- कश्मीर और कोट्टायम (केरल) में मौजूद हैं.