दिल्ली यूनिवर्सिटी से 4 साल का ग्रैज्युएशन कोर्स तो हट गया, लेकिन अब भी कुछ यूनिवर्सिटीज़ इस पर कायम हैं. बेंगलुरू में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISC) में चल रहे 4 साल के ग्रैजुएशन कोर्स को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है. यूजीसी नोटिफिकेशन मिलने के बावजूद यह कॉलेज अपने FYUP प्रोग्राम को लेकर टस से मस होने को तैयार नहीं है.
IISC के निर्देशक प्रोफेसर अनुराग ठाकुर ने एक अखबार के साथ हुई बातचीत में कहा, 'यह बात किसी से छिपी नहीं है कि हमें यूजीसी से लेटर मिल चुका है. फिलहाल हम यूजीसी के सीनियर अधिकारियों के संपर्क में हैं और उनसे बातचीत कर रहे हैं. हमारा संस्थान 425 स्टूडेंट्स के साथ सफलतापूर्वक इस कोर्स का संचालन कर रहा है इसलिए हम FYUP के लिए उन्हें मनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं.'
बुधवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि IISC के अलावा देश के 2 प्रतिष्ठित संस्थानों सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (पुणे) और शिव नडार यूनिवर्सिटी (नोएडा) अभी भी FYUP प्रोग्राम चला रहे हैं. हालांकि उन्हें इस कोर्स को बंद करने के लिए यूजीसी नोटिफिकेशन मिल चुका है.
इसके अलावा चार अन्य संस्थानों ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी-सोनीपत, बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी-दिल्ली, अशोका यूनिवर्सिटी-सोनीपत और अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी- बेंगलुरू से भी इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है. इन चारों यूनिवर्सिटीज में भी चार साल के यूजी कोर्स चल रहे हैं.