आईआईटी में एडवांस की परीक्षा के बाद काउंसलिंग में भी बड़ा बदलाव किया गया है. अब एक बार प्राथमिकता बताने के बाद दोबारा उसमें बदलाव संभव नहीं होगा.
यानी छात्रों को आवेदन करते वक्त सोच समझकर बताना होगा कि वे एनआईटी और आईआईटी संस्थानों में से किसमें दाखिला चाहते हैं. पिछले साल तक बदलाव करने का मौका मिलता था.
एडवांस कमेटी के एक अधिकारी ने बताया कि यदि कोई प्राथमिकता नहीं बताता है तो आखिरी चुने गए संस्थान को छात्र की प्राथमिकता माना जाएगा.
दरअसल, इस प्रक्रिया के तहत ऑनलाइन आवेदन करते वक्त संस्थानों के नाम पर क्लिक करना होता है. इसके बाद दूसरे चरण में उन चुने गए संस्थानों में से प्राथमिकता बतानी होती है.