राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश के उच्च शिक्षा संस्थानों से शिक्षा की गुणवत्ता, शिक्षकों एवं अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार लाने का कहा है. मुखर्जी ने कहा कि विश्वविद्यालयों और उच्च शैक्षिक संस्थानों को रैंकिंग प्रणाली को गंभीरता से लेना चाहिए.
राष्ट्रपति भवन में 'द प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया एंड द गवर्नेस ऑफ हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस' शीर्षक वाली पुस्तक की पहली प्रति ग्रहण करते हुए राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि वह लगातार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर देते रहे हैं.
राष्ट्रपति ने कहा, 'ऐसा नहीं है कि हमारे देश में अपेक्षित प्रतिभा या योग्यता की कमी है. पिछले कुछ सालों से किए जा रहे गंभीर प्रयासों का अच्छा परिणाम दिखाई दे रहा है और हाल ही में भारत के दो शैक्षिक संस्थानों को अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में शीर्ष-200 संस्थानों में जगह मिली है.'
मुखर्जी ने उम्मीद जताई कि भविष्य में अन्य शैक्षिक संस्थानों की रैंकिंग में भी सुधार आएगा. मुखर्जी ने पुस्तक के लेखकों और ओ. पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को भारत में उच्च शिक्षा की स्थिति बयां करने वाली पुस्तक लाने के लिए बधाई दी.
इनपुट: IANS