भारतीय मूल की 12 साल की बच्ची राजगौरी ने IQ के मामले में आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग को पीछे छोड़ दिया है.
राजगौरी ने British Mensa IQ
test में 162 अंक हासिल किए हैं, जो अलबर्ट
आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से 2 प्वाइंट ज्यादा
हैं. 18 वर्ष से कम आयु के किसी भी किशोर के
लिए यह उच्चतम संभव बुद्धि बल है. यानी 18
साल के किसी भी बच्चे का IQ संभवत: इससे
ज्यादा नहीं हो सकता.
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भारतीय मूल की राजगौरी, इंग्लैंड के चेशायर काउंटी में रहती हैं. IQ के मामले में आइंस्टीन और हॉकिंग को 2 प्वाइंट से पीछे छोड़ते ही राजगौरी को High IQ Society की सदस्यता मिल गई है.
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार
12 साल की राजगौरी पवार ने इस सफलता को
हासिल करने के बाद कहा कि मुझे ऐसा लग रहा है
जैसे मैं दुनिया के ऊपर हूं. यह मेरे लिए सम्मान
की बात है कि मैंने विदेशी मिट्टी पर भारत का
प्रतिनिधित्व किया और ऐसी उपलब्धि हासिल की.
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राजगौरी पवार ने पिछले महीने मैनचेस्टर में
British Mensa IQ Test में
हिस्सा लिया था. NDTV रिपोर्ट के अनुसार
राजगौरी दुनिया की उन एक फीसदी लोगों में शुमार
हैं, जो मेंसा आईक्यू टेस्ट में बैठे और ऐसा नंबर
हासिल किया. इस टेस्ट के लिए 140 अंक बेंचमार्क
रखा गया है. मेंसा आईक्यू टेस्ट में 140 अंक लाने
वाले को जीनियस माना जाता है.
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जीनियस राजगौरी को नेटबॉल, स्वीमिंग और चेस
खेलना पसंद है. वो भविष्य में मेडिकल के क्षेत्र में
अपना करियर बनाना चाहती हैं. रालगौरी को
फिजिक्स, एस्ट्रोनॉमी और पर्यावरण जैसे विषय भी
खूब भाते हैं.
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British Mensa IQ Test में हिस्सा लेने के लिए राजगौरी को उनके माता-पिता ने प्रेरित किया था. 10.5 साल से ज्यादा उम्र का कोई भी बच्चा इस टेस्ट में बैठ सकता है.