इंडिया टुडे एजुकेशन समिट, 2015 में देशभर की कई जानी-मानी हस्तियां हिस्सा ले रही हैं. शिक्षा पर चर्चा को लेकर आयोजित इस समिट में सभी हस्तियों ने शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे विकास और बदलाव पर अपने विचार रखे.
समिट में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप को लेकर हुए सेशन में मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा, 'सरकार शिक्षा के क्षेत्र में ठोस प्रयास कर रही है, ताकि बच्चे दूसरे बड़े शहरों की तरफ रुख न करें.'
उमाशंकर गुप्ता ने आगे कहा, 'पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) से मिलने वाली शिक्षा से मैं अभी संतुष्ट नही हूं. अभी काफी कुछ करने की जरुरत है.' इसके अलावा उन्होंने शिक्षा में नियंत्रण की जरुरत पर जोर दिया और कहा कि अगर ऐसा न किया जाए तो मनमानी शुरु हो जाएगी.
वहीं, प्रिंसिपल सेक्रेटरी (हेल्थ) प्रवीर कृष्ण ने कहा कि निशुल्क सेवा गुणवत्ता के साथ कैसे उपलब्ध कराएं यह सरकार के लिए चुनौती है.
एआइएसईसीटी यूनिवर्सिटी के चांसलर संतोष कुमार चौबे ने इस मौके पर कहा कि मध्य प्रदेश कोई पिछड़ा हुआ राज्य नहीं है. हमारी यूनिवार्सिटी में 19 राज्यों से छात्र आते हैं. पीपीपी के माध्यम से इनोवेशन जरूरी है. उन्होंने बताया कि हमने आईटी हिंदी में शुरू की है.