scorecardresearch
 

आईटी हब के निचले पायदान की ओर जा रहा बेंगलुरु, क्या है वजह?

कर्नाटक की राजधानी और भारत का आईटी हब बेंगलुरु तरक्की की कई ऊंचाइयों को छू रहा है, लेकिन ग्लोबल रैंकिंग में बेंगलुरु का स्थान नीचे खिसक गया है. ग्लोबल रैंकिंग में शहर 15वें स्थान से 22वें स्थान पर पहुंच गया है.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

Advertisement

कर्नाटक की राजधानी और भारत का आईटी हब बेंगलुरु तरक्की की कई ऊंचाइयों को छू रहा है, लेकिन ग्लोबल रैंकिंग में बेंगलुरु का स्थान नीचे खिसक गया है. ग्लोबल रैंकिंग में शहर 15वें स्थान से 22वें स्थान पर पहुंच गया है. आईटी क्षेत्र में तरक्की करने वाला बेंगलुरु कई मामलों में अभी भी काफी पीछे है.

इंडिया टुडे के कार्यक्रम 'कर्नाटक पंचायत' अहम सत्र 'फ्यूचर ऑफ इंडियाज आईटी हब' के दौरान सत्र का संचालन कर रहे इंडिया टुडे के मैनेजिंग एडिटर राहुल कंवल ने सवाल किया कि अगर आईटी हब के निचले पायदान की ओर बेंगलुरु जा रहा है तो इसके पीछे क्या वजह से हो सकती है? इस सवाल पर सेशन में चर्चा की गई. इस चर्चा में प्रियांक खड़गे, श्रीधर पब्बीसेट्टी और टीवी मोहनदास पाई ने शिरकत की.

कर्नाटक पंचायत के मंच पर बोले संबित पात्रा-मैं हीरो राज बब्बर का फैन हूं

Advertisement

इस सवाल को लेकर मंत्री खड़गे ने बताया कि बेंगलुरु आईटी के क्षेत्र में काफी विकास कर रहा है और सरकार ने भी पिछले कुछ सालों में बेहतर काम किया है. करीब 5500 स्टार्टअप्स ने रजिस्टर किया है और उनकी मदद की जा रही है. साथ ही रोजगार के रास्ते खुल रहे हैं. वहीं आईटी में बेंगलुरू की स्थिति को लेकर मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन ने कहा कि बेंगलुरु में 35 हजार आईटी कंपनियां है, कई स्टार्टअप्स हैं और कई स्टार्टअप्स सामने आ रहे हैं. लेकिन गुड़गांव, दिल्ली और हैदराबाद तेजी से बराबरी कर रहा है.

उन्होंने ये भी बताया कि सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले दो साल में बेंगलुरू पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन अगले तीन सालों में काफी काम किया गया. साथ ही बढ़ती आबादी भी बेंगलुरु की अहम समस्या है, जिससे कई अन्य दिक्कतें पैदा हो रही है. इससे ट्रैफिक भी शहर की प्रगति में अहम परेशानी बन रहा है.

BJP नेता ने संविधान पर एक्टर से पूछा सवाल, प्रकाश ने कहा-नहीं मालूम तो जाकर पढ़िए

हालांकि पई ने यह भी कहा कि मोहनदास पई ने कहा कि शहर के लिए बेहद जरूरी है कि प्लानिंग समय की जरूरत के हिसाब से की जाए. वहीं पई ने यहां के जीवन स्तर की तारीफ की और कहा कि अगर यहां सरकार की आलोचना की जाए तो आपको शाम को चाय मिलती है, लेकिन दूसरे राज्यों में आपको पीट दिया जाता है.

Advertisement
Advertisement