अमेरिका में वीजा से इंकार किए जाने का नया मामला सामने आया है. इसके तहत भारत के 10 लोगों को वीजा फ्रॉड में गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा H-1B वीजा फ्रॉड और अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल होने पर 5 और 10 साल की सजा भी सुनाई गई है.
अमेरिका के प्राधिकारी इस मामले में 400 से अधिक भारतीय स्टूडेंट्स को निर्वासित करने की सोच रहे हैं. इस वीजा फ्रॉड में शामिल लोगों ने कथित तौर पर न्यू जर्सी की एक फर्जी यूनिवर्सिटी से संपर्क साधा ताकि वे अमेरिका के भीतर वैध रूप से पढ़ रहे स्टूडेंट्स को सर्टिफिकेट मुहैय्या करा सकें. दरअसल, यह एक ट्रैप था और इस बात को आरोपी नहीं समझ सके. इस ट्रैप की निगरानी अमेरिका की फेडरल एजेंट कर रहे थे और उन्होंने स्टिंग की मदद से इन सभी धांधली करने वालों को धर दबोचा.
अमेरिका के प्राधिकारियों की मानें तो आरोपियों ने लगभग 1000 लोगों को इस फर्जी यूनिवर्सिटी से सर्टिफिकेट लेने के बाद अमेरिका में शरण दिया था. इस पूरे मामले पर भारत के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो भारत का दूतावास लगातार अमेरिका के संपर्क में है. भारतीय दूतावास ने अमेरिका से अपील की है कि वे किसी स्टूडेंट को निर्वासित या गिरफ्तार न करें. हालांकि ऐसे मामलों में स्टूडेंट्स और जॉब सीकर के गिरफ्तारी और निर्वासन की पूरी संभावनाएं होती हैं.