टाटा और यूकेआइबीसी के बीच नई साझेदारी भारत में स्किल डेवलपमेंट को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. भारत में स्किल डेवलपमेंट और डिलिवरी को बढ़ावा देने के मकसद से टाटा समूह ने यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूकेआइबीसी) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं. इस साझेदारी के तहत ऐसे ऑर्गेनाइजेशंस बनाए जाएंगे जो स्किल्स ट्रेनिंग मुहैया करवाकर प्रशिक्षित और रोजगार के काबिल कर्मचारी तैयार करेंगे. ये कर्मचारी निजी क्षेत्र के निवेश को आकर्षित करेंगे और नए कारोबार को शुरू करने में मदद देंगे.
इस नई साझेदारी का महत्व बताते हुए टाटा संस के चेयरमैन साइरस पी. मिस्त्री कहते हैं, 'टाटा ग्रुप ऑफ कंपनीज स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाने में सहयोग देना चाहता है. इस पहल के जरिए हम बड़े एम्प्लॉयर्स और उनकी सप्लाई चेन यानी छोटे और मध्यम दर्जे के उद्यमों के कर्मचारियों की स्किल संबंधी जरूरतों को पूरा करना चाहते हैं. हर श्रेणी में बेहतरीन स्किल्स, उद्यमशीलता, रोजगार के लिहाज से ट्रेनिंग और वर्क प्लेसमेंट दिया जाएगा.’
इस योजना को ओडिसा और मुंबई में अनेक स्किल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स के जरिए शुरू किया जाएगा. बाद में देश के अन्य हिस्सों में भी इसका विस्तार किया जाएगा. नेशनल काउंसिल ऑन स्किल डेवलपमेंट (एनएसडीसी) में प्रधानमंत्री के सलाहकार और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के वाइस चेयरमैन एस. रामादुरै कहते हैं, ‘यूकेआइबीसी के साथ साझेदारी शुरू कर हम बहुत खुश हैं. हमारा उद्देश्य है सन् 2022 तक 50 करोड़ हुनरमंद लोग तैयार करना, विकास, निवेश और नौकरी के अवसर बढ़ाना और डिमांड-सप्लाई को बेहतर बनाना.’
गुडगांव में आया एक छोटा स्वीडन
स्वीडन में 1999 में कुनस्काप्सकोलान एडुवेंचर्स (केईडी) की स्थापना की गई थी जिसका मकसद ऐसे स्कूल तैयार करना था जहां पर्सनलाइज्ड ट्रेनिंग, नए आइडियाज और इनोवेटिव टीचिंग का माहौल हो.
केईडी के एग्जक्यूटिव डायरेक्टर मार्क पार्किंसन बताते हैं, ‘हमारे स्कूलों में केईडी प्रोग्राम शुरू करने का उद्देश्य था हर स्टुडेंट की व्यक्तिगत इच्छा और जरूरतों पर ध्यान देना. एजुकेशन को हर स्टुडेंट की जरूरत के हिसाब से होना चाहिए.’ भारत में इस स्कूल की पहली ब्रांच गुडग़ांव में खुलेगी. इस साल इसका पहला सेशन शुरू भी हो जाएगा.