56 साल की रेवती कुलकर्णी रॉय एक ऐसी महिला है जिन्होंने अपनी पहचान ड्राइविंग की बदौलत बनाई है. बात 70 के दशक की है जब कारें कम थीं और महिला ड्राइवर तो और भी कम. लेकिन रेवती ने इसी रास्ते को चुना.
रेवती ने करीब 70 कार रैलियों में हिस्सा लिया है और उनमें से सिर्फ 5 में ही उन्होंने हार हासिल की. रेवती को 2016 में ही नीति आयोग से वुमेन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड भी दिया गया है. खास बात ये है कि रेवती आज भी कार चलाना पसंद करती हैं.
yourstory.com के मुताबिक, रेवती को कई लोग बॉर्न टु ड्राइव वुमन के रूप में भी संबोधित करते हैं. रेवती ने एंटरप्रेन्योर के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है. उन्होंने एशिया में पहली वुमेन टैक्सी सर्विस की भी 2007 में शुरुआत की. हाल में उन्होंने हेदीदी नाम से महिलाओं पर फोकस किया हुआ फुड डिलीवरी ऐप भी तैयार किया है.
इस ऐप सर्विस में महिलाओं को नौकरी देने से पहले उन्हें ड्राइविंग की ट्रेनिंग भी दी गई थी.