इंजीनियरिंग की डिग्री अमान्य घोषित किए जाने के खिलाफ छात्रों ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया.
मंत्री के आवास के बाहर हुए प्रदर्शन में इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एवं टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स (IETE) के 60 से ज्यादा छात्र शामिल थे. गौरतलब है कि मंत्रालय ने दिसंबर 2012 में अधिसूचना जारी करके संस्थान के डिग्री पाठ्यक्रमों से मान्यता वापस ले ली थी.
मानव संसाधन विकास मंत्री ने हालांकि स्पष्ट किया कि इस फैसले से वे छात्र प्रभावित नहीं होंगे, जिन्होंने IETE में 5 मई, 2013 तक दाखिला लिया था.
IETE दिल्ली केंद्र के अध्यक्ष आई.एम. कपूर ने आईएएनएस को बताया, 'हमारा बहुत पुराना संस्थान है और यह डिग्री लेने में गरीब छात्रों की मदद करता है. अधिसूचना कपिल सिब्बल के एचआरडी मंत्री रहते जारी हुई थी. इस फैसले से इन बच्चों का भविष्य दांव पर है.'
कुछ छात्र फैसले के विरोध में 29 जुलाई से जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं और मंगलवार को अपना विरोध जताने ईरानी के दक्षिण दिल्ली स्थित आवास तक पहुंच गए.
छात्र चाहते हैं कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय 30,000 से ज्यादा छात्रों का भविष्य बचाने के लिए यह फैसला वापस लें.
डिग्री पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष के छात्र मनीष शर्मा ने आईएएनएस से कहा, 'मंत्रालय को संस्थान को जरूरी स्वीकृति लेने के लिए कुछ समय देना चाहिए.'