इंसानी शरीर और उसकी संरचना अपने आप में अद्भुत है. वैज्ञानिक सैकड़ों सालों से इसकी तकनीक समझने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पूरी तरह जान पाने में नाकाम रहे हैं. जानिए शरीर से जुड़ी कुछ ऐसी बातें, जो वाकई चौंकाने लायक हैं. इंसानी शरीर बेहद मज़बूत और लचीला होता है. जानकर हैरानी होगी कि इंसान शरीर के कुछ अंगों के बगैर भी जिंदा रह सकता है. इन अंगों में किडनी, गर्भाशय, अंडकोष, पेट, अपेंडेक्स और कॉलन शामिल हैं
सुपर पॉवर वाले बेबी!
हर इंसानी बच्चे के अंदर अतिमानवीय शक्ति होती है. जैसे व्यस्क इंसान दूसरे इंसान को उसकी शक्ल से पहचानता और अंतर करता है. वैसी ही बच्चों में ऐसी क्षमता होती है कि वो चेहरों के आधार पर बंदरों में भी अंतर कर सकते हैं. बचपन में हमारे अंदर चेहरे के आधार पर पहचानने की ज्यादा क्षमता होती है.
शरीर बताएगा, कैसा है मौसम!
कुछ इंसानों के अंदर ऐसी क्षमताएं होती हैं कि उन्हें मौसम खराब होने की जानकारी, पहले ही अपने शरीर से मिल जाती हैं. जैसे तूफान या खराब मौसम से पहले कुछ लोगों के घुटनों में दर्द शुरु हो जाता है. दूसरे मामलों में माइग्रेन, सिरदर्द और शरीर के दूसरे दर्द जैसी समस्याएं खराब मौसम से पहले होने लगती हैं.
कैंसर से रोज़ाना जंग!
हमारे शरीर में हर दिन लाखों करोड़ कोशिकाओं (सेल्स) को नुकसान पहुंचता है. हर दिन उनमें से कुछ कोशिकाएं कैंसर से प्रभावित होती हैं और हमारा शरीर ऐसी कैंसर से क्षतिग्रस्त DNA को ठीक करता है. समझिए कि हर दिन शरीर के अंदर एक जंग चलती है.
सैल्स का मरना!
हमारे शरीर के अंदर रोज़ाना 10 करोड़ कोशिकाएं मर जाती हैं. अगर कोशिकाओं की दर इसी रफ्तार से कम होंगी तो हम कुछ ही दिनों के अंदर मर सकते हैं. लेकिन मरने के साथ हमारे शरीर में रोजाना 300 अरब कोशिकाओं का निर्माण होता है. जो पुरानी कोशिकाओं की जगह ले लेती हैं. इसे ऐसे समझिए कि आप रोजाना मरते और जिंदा होते हैं.
दिमाग के आगे फेल सुपर कंप्यूटर!
ब्रह्मांड में मौजूद सितारों से ज़्यादा हमारे छोटे से दिमाग में सायनेप्सेज़ (सूत्र-युग्मन) मौजूद होते हैं. इसे कुछ ऐसे समझिए कि आकाश में 400 अरब सितारे मौजूद हैं. इसका मतलब है कि हमारे मतिष्क की क्षमता इतनी है कि हम 2 करोड़ अरब की गणना प्रति सेकेंड कर सकते हैं
बच्चे की त्वचा से इलाज:
बच्चों की त्वचा बढ़ते की रफ्तार इतनी तेज़ होती है कि इससे किसी जले हुए शख्स का इलाज किया जा सकता है.
सौजन्य: NEWSFLICKS