जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सरोजिनी नायडू सेंटर फॉर वूमेन स्टडीज के डॉ एडफर राशिद शाह को अमेरिका की विलियम एंड मैरी यूनिवर्सिटी की ओर से, कश्मीर घाटी में अमरनाथ यात्रा के गुणात्मक अध्ययन के लिए जॉर्ज ग्रीनिया रिसर्च फेलोशिप दी गई है.
हार्वर्ड के बाद अमेरिका का दूसरा सबसे पुराना यह विश्वविद्यालय, जॉर्ज ग्रीनिया फैलोशिप द्वारा तीर्थयात्राओं पर मूल शोध को प्रोत्साहित करता है. डॉ शाह की परियोजना का शीर्षक, हैः अंडरस्टैंडिंग अ परपेचुअल पिलग्रिमेज इन अ कन्फलिक्ट ज़ोन फ्रॉम स्टेकहोल्डर्स वियूज़ एंड एक्सपियरंसः अ क्वालिटेटिव स्टडी आफ अमरनाथ यात्रा इन कश्मीर वैली.
इस पर किए जाने वाले अध्ययन को फैलोशिप के लिए स्वीकार किया गया है. डॉ शाह भारत में मुस्लिम बंदोबस्त (औकाफ), शांति निर्माण और तीर्थयात्रियों, खासतौर पर अमरनाथ यात्रा पर शोध कर रहे हैं. कई वर्षों से कश्मीर घाटी में अमरनाथ तीर्थयात्रा पर उनके अध्ययनों को मान्यता के रूप में यह फैलोशिप दी गई है.
उन्हें इस साल नवंबर में विलियम एंड मैरी इंस्टीट्यूट फॉर पिलग्रिम स्टडीज द्वारा आयोजित वार्षिक संगोष्ठी के दौरान इस पुरस्कार के लिए चुना गया था. इस पुरस्कार में एक हजार अमेरिकी डॉलर का नकद पुरस्कार भी शामिल है. डॉ शाह ने संगोष्ठी में (अनुपस्थित में) अमरनाथ तीर्थ यात्रा के बार में एक पेपर भी प्रस्तुत किया.
डॉ शाह ने 2015 में जामिया से सोशियोलॉजी में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और तीन किताबें लिखने के साथ, कई प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में उनके लगभग 40 शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं.
उन्होंने यूरेशिया रिव्यू को एसोसिएट एडिटर के रूप में संपादित किया और प्रमुख समाचार पत्रों के लिए कॉलम लिखने के अलावा एसोसिएट एडिटर के रूप में वुमन लिंक जर्नल की भी सेवा की.