जामिया मिल्लिया इस्लामिया इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की अपनी प्रवेश परीक्षा खत्म कर सकता है और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) के माध्यम से छात्रों को दाखिला दे सकता है.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर सेली जाने वाली जेईई-मुख्य परीक्षा का इस्तेमाल केंद्र सरकार के वित्त पोषित सभी प्रौद्योगिकी संस्थानों के लिए चयन परीक्षा के तौर पर किया जाता है.
इन संस्थानों में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (अआईआईआईटी) शामिल हैं जबकि आईआईटी का चयन करने वाले छात्रों को जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में उत्तीर्ण करना होता है.
जामिया के कुलपति तलत अहमद ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'हमने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है और संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया है. कुछ प्रक्रियाओं का पालन करना होता है, उम्मीद है कि हम अगले शैक्षणिक सत्र से जेईई परीक्षा के माध्यम से छात्रों को दाखिला देंगे.'
इनपुट: IANS