राज्य के बाहर उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए जम्मू एवं कश्मीर के 3,500 से अधिक स्टूडेंट्स को केंद्र सरकार ने स्पेशल स्कॉलरशिप स्कीम के तहत कुल 75 करोड़ रुपये तय किए हैं.
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के हवाले से रविवार को जारी एक अधिकारिक बयान में कहा गया है कि छात्रवृत्ति पाने वाले 3500 से ज्यादा छात्रों में कश्मीर घाटी के 1329, लद्दाख के 26 और जम्मू के 2255 छात्र हैं.
जावड़ेकर ने कहा, 'पहले देश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में जम्मू एवं कश्मीर के छात्रों के लिए 250 सीटें थीं, लेकिन इस साल राज्य के 1450 छात्रों को विभिन्न प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश दिया गया है. इसके लिए 5000 से ज्यादा छात्रों ने आवेदन किए थे.'
विशेष छात्रवृत्ति योजना के तहत 1.25 लाख रुपये तक शिक्षण शुल्क के अलावा एक लाख रुपये तक छात्रावास और भोजन के खर्च दिए जाते हैं. सरकार ने प्रत्येक इंजीनियरिंग कॉलेजों में जम्मू एवं कश्मीर के छात्रों के लिए आरक्षित सीटों की संख्या दो से बढ़ाकर 10 कर दी है.
इंजीनियरिंग के छात्रों के अलावा नर्सिग, चिकित्सा और होटल प्रबंधन पाठ्यक्रमों के छात्रों को भी छात्रवृत्ति दी जाती है. छात्रवृत्ति की पात्रता के लिए छात्र को जम्मू एवं कश्मीर के स्कूल से उच्चतर माध्यमिक की परीक्षा पास होना चाहिए और उनकी सालाना पारिवारिक आय छह लाख रुपये से कम होनी चाहिए.