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जेएनयू में छात्रसंघ चुनाव की मतगणना जारी है. पहले काउंसलर के पदों की मतगणना की जारी है. शनिवार शाम तक 42 काउंसलरों के पदों में से 20 के करीब पदों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं. हालांकि, अंतिम चुनाव परिणाम रविवार को आने की उम्मीद है. चुनाव परिणामों को लेकर छात्रसंघ खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं.
शनिवार को 42 काउंसलरों में से 20 काउंसलरों के पदों के परिणाम घोषित कर दिए हैं. इस दौरान जीतने वाले प्रत्याशियों के समर्थक छात्र जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. मतगणना केंद्र पर लगातार चुनाव परिणाम की घोषणा अनाउंसमेंट के जरिए की जा रही है.
शनिवार शाम तक काउंसलर पदों के कुल सीटों में से आधे से अधिक सीटों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं. वहीं, चुनाव परिणाम को लेकर एबीवीपी से जुड़े छात्रों का दावा है कि जेएनयू के काउंसलर पदों के जितने में एबीवीपी को बढ़त है.
मतगणना केंद्र पर लगा छात्रों का जमावड़ा
बता दें कि पहले दौर में काउंसलर के पदों की मतगणना की जा रही है. वहीं, मतगणना केंद्र के बाहर टेंट में छात्र संगठनों के छात्र डटे हुए हैं और लगातार मतगणना पर नजर बनाए हुए हैं. मतगणना केंद्र के बाहर छात्र संगठन से जुड़े छात्रों और अन्य छात्रों का जमावड़ा लगा हुआ है. चुनाव परिणाम अपने पक्ष में आने के बाद छात्र संगठन नारेबाजी कर रहे हैं और जश्न मना रहे हैं.
एक दशक बाद हुआ रिकॉर्ड मतदान
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में छात्रसंघ (Student Union) चुनाव में शुक्रवार को 73 फीसदी वोटिंग हुई, जो पिछले 12 सालों में सबसे ज्यादा है. इलेक्शन कमेटी ने कहा कि जेएनयूएसयू चुनाव दो चरणों में हुए, जिनमें साजो-सामान की व्यवस्था के कारण देरी हुई. चार साल के अंतराल के बाद चुनाव हुए हैं और 7,700 से ज्यादा रजिस्टर्ड मतदाताओं ने सीक्रेट वोटिंग के जरिए अपना वोट डाला.
जेएनयू में 2019 के दौरान 67.9 फीसदी, 2018 में 67.8 फीसदी, 2016-17 में 59 फीसदी, 2015 में 55 फीसदी, 2013-14 में 55 फीसदी और 2012 में 60 फीसदी वोटिंग हुई थी. जब मतदाता अपने-अपने केंद्रों पर वोट डालने के लिए कतार में खड़े थे.