आपने हमेशा नमाज अदा कराने वाले इमाम पुरुष ही देखे होंगे, लेकिन हाल ही में केरल में एक महिला ने जमे की नमाज अदा करवा कर इतिहास रच दिया है. यह नमाज जमीदा टीचर ने करवाई है, जिन्हें देश की पहली महिला इमाम बताया जा रहा है. जमीदा 'क़ुरान और सुन्नत सोसायटी' की महासचिव हैं. जमीदा ने कुरान एवं सुन्नत सोसायटी के मुख्यालय चेरूकोड में जुमे की नमाज अदा करवाई. रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने नमाज के दौरान होने वाले भाषण 'खुतबा' की भी अगुवाई की.
जमीदा ने इंडिया टुडे को बताया कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई महिला जुमे की नमाज अदा करवा रही है. उन्होंने ये भी कहा कि कुरान में किसी भी लिंग के आधार पर कोई भी बंदिश नहीं है और गलत व्याख्याओं की वजह से यह पागलपन है. कुरान में यह नहीं लिखा है कि जुमे की नमाज सिर्फ पुरुष ही करवा सकते हैं. हमने समाज में यह संदेश देने के लिए कदम उठाया है कि इस्लाम में महिला और पुरुष समान हैं.
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उन्होंने बताया कि हम आने वाले दिनों में यह अन्य जगहों पर भी करेंगे. हम भाग्यशाली हैं कि हमारे साथ जुड़ने वाले युवा प्रगतिशाली हैं. हालांकि जमीदा के इस कदम से मुस्लिम उपदेशक परेशान हैं. जमीदा के ये कदम उठाने पर उन्हें धमकियां भी मिल रही है और उन पर हमले किया जा रहे हैं. जमीदा ने कहा कि वो लंबे समय से इस्लामिक टीचर भी हैं और उन्हें तिरुअनंतपुरम में महल कमेटी ने उनके पढ़ाने पर रोक लगा दी थी.
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जमीदा का कहना है कि उन्हें गालियां दी गई, मुझे मारने की धमकी दी गई, मेरे वाहनों पर अटैक हुआ और यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि मैं बराबर अधिकार के लिए आवाजा उठा रही थी. उसके बाद मैं त्रिवेंद्रम चली गई और कोचिकोड में भी मेरे घर पर हमला हुआ. हालांकि वो अपनी आवाज को उठाती रहेंगी.