अमृतसर के बांसुरीवादक 13 साल के सुलेमान को ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ के सातवें संस्करण का विजेता घोषित किया गया है. उन्हें इस जीत के साथ 50 लाख रुपये, एक मारुति सुजुकी सेलेरियो कार और शो की ट्रॉफी दी गई है.
शिक्षा
सुलेमान अमृतसर के कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल में स्टूडेंट है. वे बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया के शिष्य हैं.
तीन साल की उम्र में शुरू किया बांसुरी बजाना
तीन साल की उम्र से ही बांसुरी बजाने का हुनर रखने वाले सुलेमान ने अपने पिता सुरेश पाल से बांसुरी के सुरों का ज्ञान हासिल किया. सुरेश पाल खुद तबला, हारमोनियम, की-बोर्ड, गिटार और बांसुरी पर अच्छी पकड़ रखते हैं. बेटे की इस लगन को देखकर पिता ने उसे बांसुरी का अभ्यास कराना शुरू कर दिया. हर रोज तीन से चार घंटे का रियाज सुलेमान की दिनचर्या का हिस्सा है.
1800 बच्चों की प्रतियोगिता में हासिल की जीत
सुलेमान ने 10 साल की उम्र में दूरदर्शन के नाद-भेद मिस्ट्री आफ साउंड शो में बांसुरी वादन में पहला स्थान हासिल किया था. इस कार्यक्रम में देश भर से 1800 बच्चों ने भाग लिया था.
कार्टून देखना है पसंद
आम बच्चों की तरह सुलेमान को डोरेमॉन देखना बेहद पसंद है.
गुरु और पिता को किया शुकिया!
सुलेमान ने कहा, 'मेरे पिता और मेरे सभी गुरुओं, खासतौर पर पंडित हरिप्रसाद चौरसिया का धन्यवाद, जिनके बिना मैं यहां तक नहीं पहुंच सकता था.'
जीवन के आदर्श
सुलेमान ने अपनी जीत की खुशी जाहिर करते हुए यह भी बताया कि अरिजित सिंह और एआर रहमान को वो अपना आदर्श मानते हैं.
शो के दौरान सलमान से मिलना रहा यादगार
सलमान खान से मिलना सुलेमान अपनी जिंदगी के यादगार पलों में से एक मानते हैं. अपनी खुशी जाहिर करते हुए वो कहते हैं कि सलमान खान जैसी हस्ती से मिलना, बात करना मेरी लिए किसी उपलब्धि जैसा है.