नारी शक्ति का परचम हर क्षेत्र में लहरा रहा है. दुनिया में अक्सर हर क्षेत्र में समानता के अधिकार का मुद्दा उठाया जाता है. लेकिन महज किसी मुद्दे का झंडा उठा लेने से कुछ नहीं होता. इसके लिए जरूरत है बेजोड़ जज्बे की. ऐसे ही जज्बे की मिसाल हैं भारतीय सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैश्ाी.
सोफिया की कामयाबी:
वह इंडियन आर्मी की पहली महिला अधिकारी हैं, जो आर्मी के ट्रेनिंग एक्सरसाइज 'एक्सरसाइज फोर्स 18' प्रोग्राम का नेतृत्व कर रहीं हैं.
कौन हैं सोफिया कुरैशी:
भारतीय सेना की महिला अधिकारी सोफिया पुणे में चल रही 18 देशों की आर्मी ट्रेनिंग एक्सरसाइज 'एक्सरसाइज फोर्स 18' में इंडियन आर्मी के 40 सदस्यों के दल को लीड कर रही है. आपको बता दें कि नेतृत्व करने के साथ वे इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में काम करने वाली अकेली महिला अधिकारी भी हैं.
शिक्षा - परिवार:
गुजरात की रहने वालो सोफिया बायोकेमिस्ट्री से पोस्ट ग्रेजुएट हैं. वर्तमान में देश की सेवा कर रही सोफिया भारतीय सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के अंतर्गत 1999 में शामिल हुईं थी. उस दौरान उनकी उम्र महज 17 साल की थी. सोफिया सेना के सिग्नल कॉप्स में ऑफिसर हैं. आपको बता दें कि वे अार्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखती हैं, उनके दादा भी सेना में थे. उनके पति मेकेनाइज्ड इन्फेंट्री में आर्मी ऑफिसर हैं.
'एक्सरसाइज फोर्स 18' ट्रेनिंग प्रोग्राम:
'आसियान' (ASEAN) को मिलाकर 18 देशों की अापसी सहमती से पुणे में 2 से 8 मार्च तक 'एक्सरसाइज फोर्स 18' का आयोजन होगा. यह सेना की एक ट्रेनिंग एक्सरसाइज है. जिसमें चीन, अमेरिका, रूस, जापान जैसे दिग्गज देश शामिल हैं.
कैसे काम करेगा यह प्रोग्राम:
इस ट्रेनिंग में भारत दूसरे देशों की सेनाओं के साथ मिलकर पीसकीपिंग ऑपरेशन और मानवीय अभियानों में अपनी पकड़ मजबूत करेगा. इसमें शामिल देश माइनिंग टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग एक्सरसाइज भी करेंगे. यह आर्मी का सबसे बड़ा ट्रेनिंग प्रोग्राम है.