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सैफीना का बेबी है तैमूर लेकिन इतिहास इस नाम को ऐसे जानता है...

करीना और सैफ को बेटा हुआ है. बेटे का नाम तैमूर अली खान पटौदी रखा गया है. आइए इस मौके पर जानते हैं इतिहास के उस शख्स के बारे में जिसे तैमूर के ही नाम से जाना जाता है.

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तैमूर तुर्की से चलकर हिंदुस्तान आया था
तैमूर तुर्की से चलकर हिंदुस्तान आया था

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करीना और सैफ को बेटा हुआ है. बेटे का नाम तैमूर अली खान पटौदी रखा गया है. आइए इस मौके पर जानते हैं इतिहास के उस शख्स के बारे में जिसे तैमूर के ही नाम से जाना जाता है.

तैमूरलंग उर्फ तैमूर लंगड़ा (1336-1405). वह तुर्की से चलकर हिंदुस्तान आया था. उसका जन्म 1336 में बारअक्स में हुआ था. 1369 में तैमूर समरकंद का बादशाह बन गया. वही समरकंद जहां से बाबर आया था. चंगेज खान की तर्ज पर तैमूर ने भी लड़ाई से ज्यादा विनाश शुरू किया. इनकी पॉलिसी को बाद में स्कॉर्च्ड अर्थ पॉलिसी कहा गया. मतलब इतना विनाश कर दो कि शत्रु फिर उठने ना पाये. 1393 तक पूरे मेसोपोटामिया यानी इराक तक तैमूर का अधिकार हो गया.

1398 में भारत पहुंचा
उस वक्त भारत का नाम दुनिया में सम्मान से लिया जाता था. धनी देश हुआ करता था भारत. 1398 में तैमूर भारत के करीब पहुंचा. मुल्तान को जीता. औऱ फिर भारत पर फुल फ्लेज्ड हमला कर दिया. 13 अक्टूबर 1398 को तैमूर सिंधु, रावी और झेलम को पार कर भारत में दाखिल हुआ.

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उसके बाद भटनेर और पानीपत होते हुए दिल्ली पहुंचा. तैमूर 15 दिन तक यहां की संपत्ति लादता रहा. कारीगरों को बंदी बनाकर ले जाता रहा. इन्हीं कारीगरों से उसने अपने यहां जामा मस्जिद बनवाई थी.

चीन पर भी हमला करने का था प्लान
वो मेरठ गया. हरिद्वार तक पहुंचा. उस पर यहां से कीमती सामानों को लूटने के आरोप लगे. जम्मू तक पहुंचा. मार्च 1399 में वापस लौट गया. वापस लौट कर उसने महान ऑटोमन साम्राज्य के शासक को हराया. उसके बाद चीन पर भी हमला करने का प्लान था इसका. पर 1405 में इसकी मौत हो गई.

हालांकि, तैमूर को उसकी मिलिट्री स्ट्रैटजी के लिए जाना जाता है. एक कुशल सेनापति जिसने अपने सैनिकों को हर तरह की लड़ाई के लिए तैयार किया. यहां तक कि चीन पर भी हमले के लिए तैयार कर लिया था. इसके साथ ही कई सारे कल्चर्स को जोड़ने का भी श्रेय प्राप्त है तैमूर को.

साभार: thelallantop.com

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