'लक्ष्य तय करने के लिए सपने देखें, अगर आप सपने ही नहीं देखेंगे तो जीवन में आपका कोई लक्ष्य ही नहीं होगा और बिना लक्ष्य के सफलता नहीं पाई जा सकती.' यह मानना है देश के बड़े उद्योगपति शिव नादर का. टेक्नोलॉजी क्षेत्र के दिग्गज और देश के बड़े उद्योगपति शिव नादर का जन्म 14 जुलाई 1945 को हुआ था. जानिए इनके बारे में 10 खास बातें:
1. नादर ने अपना करियर पुणे में वॉलचंद ग्रुप कूपर इंजीनियरिंग के साथ शुरू किया. इसके बाद 1967 में उन्होंने सात साथियों के साथ मिलकर माइक्रोकॉप कंपनी बनाई और उसे बाद में टेलीडिजिटल कैलकुलेटर को बेच दिया.
2. 1976 में उन्होंने 1,87000 रुपये के साथ HCL की स्थापना की.
3. एचसीएल एशिया की बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है. कंपनी की इस सफलता में कर्मचारियों का खासा योगदान है. और हो भी क्यों न जब कर्मियों को मर्सडीज कार और पेड छुट्टियों जैसा रिवॉर्ड जो दिया जाता है.
4. 1980 के दौरान सिंगापुर में पहली ब्रांच खोलकर HCL को एक इंटरनेशनल कंपनी बनाया और पहले साल 10 लाख रुपये कमाएं.
5. 2008 में उन्हें आईटी के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया. यही नहीं मद्रास यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि भी दी.
6. शिव नादर ने चेन्नई में ‘एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग’ की स्थापना की. यह कॉलेज उनके पिता की याद में शुरू किया गया. शिव नादर चाहते हैं कि भारतीय स्टूडेंट्स विदेशी यूनिवर्सिटीज के साथ रिसर्च प्रोजेक्ट्स में भी आगे बढ़ कर भाग लें. यही नहीं शिव नादर ने उत्तर प्रदेश में विज्ञान स्कूल भी खोले हैं और इनकी तरफ से 50 जिलों में 200 स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप भी दी जाती है.
7. इस समय नादर की संपत्ति 14 अरब डॉलर है जो उन्हें देश का चौथा सबसे अमीर शख्स बनाती है.
8. शिव नादर फिल्मों के काफी शौकीन हैं. उनके पास करीब 4000 फिल्मों का कलेक्शन है.
9. कुल संपत्ति के मामले में वो भले ही पीछे हों लेकिन सालाना संपत्ति के मामले में वो सबसे आगे हैं. उन्होंने निजी संपत्ति से अरबों रुपये दान में दिए हैं और शिक्षा को लेकर देश में जागरुकता फैलाई है.
10. शिव नादर की एक बेटी है जो फिलहाल एचसीएल कॉरपोरेशन की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और सीईओ भी है.