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मोदी सरकार आने के बाद इन योजनाओं के नाम हो गए दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर

केंद्र सरकार की ओर से दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. उनकी जयंती पर जानते हैं उन योजनाओं के बारे में जो दीनदयाल उपाध्याय के नाम से है...

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दीनदयाल उपाध्याय
दीनदयाल उपाध्याय

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साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी के सरकार में आने के साथ ही पार्टी के संस्थापक रहे दीनदयाल उपाध्याय का महिमामंडन भी शुरू हो गया था. 2016 और 2017 में भी केंद्र और राज्य सरकारों ने पूरे देश में जनशताब्दी वर्ष मनाया और कई कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. सरकार ने कई योजनाओं के साथ साथ, रेलवे-स्टेशन, पोर्ट, शिक्षण संस्थान आदि के नाम जनसंघ नेता दीनदयाल उपाध्याय के नाम कर दिए हैं. उनके 102वें जन्मदिवस पर जानते हैं कि अभी तक क्या दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर दिया गया है...

दीनदयाल अंत्योदय योजना- दीनदयाल अंत्योदय योजना का उद्देश्य कौशल विकास और अन्य उपायों के माध्यम से आजीविका के अवसरों में देश में गरीबी को कम करना है. दीनदयाल अंत्योदय योजना को आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय (एच.यू.पी.ए.) के तहत शुरू किया गया था. भारत सरकार ने इस योजना के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था. वैसे यह योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एन.यू.एल.एम.) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन.आर.एल.एम.) का एकीकरण है.

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दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना- दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना पूरे ग्रामीण भारत को निरंतर बिजली की आपूर्ति प्रदान करने के लिए बनाई गई है. यह योजना नवंबर 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की थी.

यह भारत सरकार की प्रमुख पहलों में से एक है और विद्युत मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है. वैसे यह योजना मौजूदा राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना (आरजीजीवीवाई) को प्रतिस्थापित करेगी, लेकिन राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना की सुविधाओं को डीडीयूजीजेवाई की नई योजना में सम्मिलित किया गया है.

दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना- इस योजना का लक्ष्य गरीब ग्रामीण युवाओं को नौकरियों में नियमित रूप से न्यूनतम मजदूरी के बराबर या उससे ऊपर मासिक मजदूरी प्रदान करने के लक्ष्य से शुरू की गई है. यह ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलों में से एक है. यह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) का हिस्सा है.

दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के पहले साल में ही 16 अक्टूबर 2014 को इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी. यह देश में औद्योगिक विकास हेतु अनुकूल माहौल तैयार करने और श्रमिकों की दशा सुधारने के लिए शुरू किया गया था. इस  योजना के तहत भविष्य निधि के सभी सदस्यों को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर जारी करने की घोषणा की गई है.

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दीनदयाल उपाध्याय स्वनियोजन योजना- यह योजना उन लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जो स्वरोजगार यानि सेल्फ एम्प्लोयीमेंट चाहते हैं. कई लोग नौकरियों में सटीक नहीं बैठ पाते इस वजह से सरकार ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए इस योजना की शुरुआत की. यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में लॉन्च की थी.

राज्य सरकार की योजनाएं- केंद्र सरकारी की इन प्रमुख योजनाओं के साथ ही राज्य सरकारों की योजनाएं भी इसमें शामिल है. इसमें पंडित दीनदयाल ग्रामोद्योग रोजगार योजना, दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना, पं. दीनदयाल उपाध्याय स्वयं योजना, दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना, दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास (होम -स्टे) विकास योजना, दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना, दीनदयाल उपाध्याय रसोई योजना, दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना आदि शामिल है.

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