अब इस बात से तो सभी वाकिफ हैं कि भारतीय सशस्त्र सेना को मुख्य तौर पर तीन हिस्सों में बांटा गया है. थल पर काम करने के लिए थल सेना या आर्मी. जल पर काम करने और हमारे देश की सरहदों की सुरक्षा के लिए नेवी, और नभ से निगरानी करने के लिए वायु सेना या फिर कहे कि एयरफोर्स.
तो हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं इंडियन नेवी से जुड़े कुछ जबरदस्त और ऐतिहासिक फैक्ट्स से जिन्हें जान कर आप अपनी सेना के लिए गर्वान्वित महसूस करेंगे.
1. ब्रितानी राज ने साल 1612 में खुद की नेवी स्थापित की थी. तब इसे रॉयल इंडियन नेवी का नाम दिया गया था. 26 जनवरी, 1950 पर वह इंडियन नेवी बन गई. इंडियन नेवी का पहला मिशन पुर्तगाली नेवी के खिलाफ था जो कि साल 1961 में चलाया गया था.
2. ब्रम्होस मिसाइल को दुनिया का सबसे तेज क्रूस मिसाइल का दर्जा प्राप्त है. Mach 2.8-3.0 Mach.
3. केरल के एझिमाला नेवी अकादमी को एशिया की सबसे बड़े नेवल अकादमी के तौर पर जाना जाता है.
4. छत्रपति शिवाजी राजे भोसले को इंडियन नेवी के फादर के तौर पर जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने कोंकण और गोवा के तटीय इलाकों में होने वाले समुद्री व्यापार को सुरक्षित रखने हेतु जल सेना का पहलेपहल गठन किया था.
5. इंडियन नेवल शिप (INS) विराट को दुनिया के पहले एयरक्राफ्ट करियर के तौर पर जाना जाता है. यह भारत में निर्मित पहला एयरक्राफ्ट करियर था.
6. मार्कोस या मरीन कमांडोज को मगरमच्छ के नाम से जाना जाता है. वे अधिकतर दाढ़ी में होते हैं और आतंकवादियों के बीच में इनका इतना खौफ है कि वे इन्हें दाढ़ावाला फौजी के तौर पर ही जानते हैं. हालांकि इनकी ट्रेनिंग इतनी मुश्किल होती है कि 90 फीसद लोग इसे पूरा नहीं पाते.
7. दुनिया की तमाम नेवल सेनाओं पर गर नजर डालें तो अब तक केवल दो ही देश ऐसे हैं जिनके पास एरोबैटिक टीमें हैं. हमारे यहां इन्हें सागर पवन का नाम दिया गया है.
8. इंडियन नेवी के सैनिक उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव जैसे दुर्गम जगहों को भी फतह कर चुके हैं.
9. इंडियन नेवी दुनिया की ऐसी पहली नेवी है जिसने अपने सबमरीन माउंट एवरेस्ट के लिए भेजे.
10. इंडियन नेवी ने कारगिल मिशन के दौरान ऑपरेशन तलवार लॉन्च किया था, वे इस तरह ऑपरेशन विजय में शरीक हुए थे. मरीन कमांडो इंडियन आर्मी के साथ-साथ लड़ रहे थे. हालांकि ऐसा सीमित समय के लिए ही था.