आम जिंदगी में कुछ सवाल ऐसे हैं जिनसे हमें आए दिन दो-चार होना पड़ता है लेकिन उनके जवाब हमारे पास नहीं होते. आइए हम सुलझाते है कुछ ऐसे चुनिंदा सवालों को जिनके जवाब आपके पास भी नहीं होंगे:
1. चिप्स के पैकेट में हवा!
चिप्स खाते हुए अक्सर हमारे दिमाग में सवाल आता है कि आखिर पैकेट में इतनी हवा क्यों भरी होती है. आमतौर पर अंदाज़ा लगाया जाता है कि मुनाफे के लिए कंपनियां ऐसा काम करती हैं. दरअसल पैकेट में मौजूद चिप्स को क्रिस्पी और ताजा बनाए रखने के लिए इन पैकेट में नाइट्रोजन गैस भरी जाती है. जो लंबे वक्त तक चिप्स को बेहतर बनाए रखती हैं. आपने देखा होगा कि हवा निकले पैकेट की चिप्स अक्सर सीली हुई बासी मालूम होती हैं
2. उलझते हेडफोन्स:
अक्सर आपने देखा होगा कि ठीक रखने के बाद भी जब बैग या जेब से हेडफोन निकालते हैं तो उलझे हुए मिलते हैं. एक शोध के मुताबिक ज्यादा लंबाई वाले हेडफोन अक्सर उलझते हैं. ऐसा माना जाता है कि Y आकार वाले हेडफोन दूसरे की तुलना में ज्यादा उलझे पाए जाते हैं.
3. वीकेंड पर क्यों होती है बारिश?
ये कोई लक या मौके वाली बात नहीं है बल्कि इस सवाल के पीछे वैज्ञानिक कारण हैं. सप्ताह के दौरान ज्यादा प्रदूषण फैलता है और कार्बन मोनो ऑक्साइड, ओजोन और आर्सेलन जैसे पदार्थ उत्सर्जित होते हैं. सूरज की रोशनी से ये प्रदूषित पदार्थ प्रतिविंबित होकर पानी में बदल जाते हैं. वीकेंड पर जब ट्रैफिक और प्रदूषण दूसरे दिनों की तुलना में कम होता है तो ये पानी के रूप एकत्र होकर बारिश में रूप में बरस जाते हैं.
4. मच्छर मरता है लेकिन मक्खी नहीं!
मक्खियों की आंखे मच्छर की तुलना में काफी अलग होती हैं. वो अपनी आंखों से तकरीबन 360 डिग्री में होने वाली गतिविधियों को देख सकती हैं. इसका मतलब की आप उन्हें पीछे से भी नहीं मार सकते हैं. इसके अलावा उनकी सजगता बहुत तेज होती है. 100 मिलीसेकेंड के अंदर अंदर उन्हें जानकारी हासिल हो जाती है. जबकि इंसानों की बात करें तो उन्हें 300 मिली सेकेंड का वक्त लगता है.
5. प्रेस और कपड़ों का मेल!
आम ज़िंदगी में आप नोटिस करते होंगे कि प्रेस करने के बाद कपड़े अकड़ जाते हैं और उसे आसानी से अलमारी में रखा जा सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रेस के बाद कपड़े में मौजूद अणु सूख जाते हैं. जबकि अणु टूट जाने के चलते गीले कपड़े आसानी से मुड़ जाते हैं. इसी विज्ञान के कारण गीले कपड़ों पर प्रेस करना आसान होता है.
सौजन्य: NEWSFLICKS